नए तीन साल के टर्म के लिए शहरी जमीअत उलमा का इंतेख़ाबी इजलास मुनअक़िद, सदर, नायबीन सदूर, जनरल सेक्रेटरी और ख़ाज़िन मुंतख़ब किए गए
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कानपुर।मोहम्मद उस्मान कुरैशी। जमीअत उलमा शहर कानपुर का इंतेख़ाबी इजलास निहायत शानदान और पुर-वक़ार माहौल में डॉक्टर हलीमुल्लाह खान की सदारत में मुनअक़िद हुआ जिस में बतौर ऑब्ज़र्वर जमीअत उलमा वुस्त ज़ोन उत्तर प्रदेश के जनरल सेक्रेटरी मुफ़्ती ज़फ़र अहमद क़ासमी शरीक हुए। इजलास का आग़ाज़ कारी मुजीबुल्लाह उर्फ़ानी की तिलावत-ए-क़ुरआन से हुआ। बाद अज़ां मौलाना अमीनुलहक अब्दुल्लाह क़ासमी ने नात पाक का नज़्राना पेश किया।
मौलाना अब्दुल्लाह ने जमीअत उलमा के तंजीमी ढांचे और कारकर्दगी रिपोर्ट पेश करते हुए बताया कि कानपुर शहर से एक लाख मेंबरसाज़ी का हदफ़ मुक़र्रर किया गया था और अल्हम्दुलिल्लाह हम इस मंज़िल के क़रीब-तर पहुंचने में कामयाब हुए हैं। इसी तरह शहर में 71 वार्ड यूनिटों का क़याम अमल में आया, और मजीद 8 यूनिटों का इंतेख़ाब जल्द मुकम्मल कर लिया जाएगा। इसके बाद असेम्बली यूनिटों का इंतेख़ाब होगा।
जमीअत उलमा के क़दीम ख़ादिम और रोज़नामा अनवार क़ौम के मुदीर ज़ुबैर अहमद फ़ारूकी ने सदारत के लिए डॉक्टर हलीमुल्लाह खान का नाम पेश किया जिसे अर्कान ने इत्तेफ़ाक़ राय से मंज़ूर कर लिया। शुर्का ने इस मौक़े पर उनकी 86 सालہ उम्र के बावजूद सरगर्म ख़िदमात को ख़िराज-ए-तहसीन पेश किया। गुज़िश्ता टर्म में चार नायबीन सदूर थे। एक सीट महमूद आलम क़ुरैशी के इंतिक़ाल के बाद ख़ाली हो गई थी। इस मौक़े पर डॉक्टर हलीमुल्लाह खान ने सीनियर सेक्रेटरी ज़ुबैर अहमद फ़ारूकी का नाम नायब सदर के तौर पर पेश किया। अगरचे उन्होंने इब्तिदा में इंकार किया लेकिन अर्कान के इस्रार पर यह ज़िम्मेदारी क़बूल कर ली।
नए टर्म के लिए मौलाना मुहम्मद अनीस खान क़ासमी, मौलाना नूरुद्दीन अहमद क़ासमी, मौलाना मुहम्मद अक़्रम जामीई और ज़ुबैर अहमद फ़ारूकी नायब सदर मुंतख़ब हुए। जनरल सेक्रेटरी के लिए डॉक्टर हलीमुल्लाह खान ने मौलाना अमीनुलहक अब्दुल्लाह क़ासमी का नाम तजवीज़ किया। तमाम अर्कान ने मुत्तफ़िक़ा तौर पर उनके नाम की तौसीक़ की। ख़ाज़िन के अुहदे पर मौलाना अनीसुर्रहमान क़ासमी मुंतख़ब हुए।
मौलाना अमीनुलहक अब्दुल्लाह क़ासमी ने बताया कि फिलहाल सेक्रेट्रियां और मुहासिब वग़ैरह के अुहदे तहलील कर दिए गए हैं। सदर मुहतरम की मशावरत से जल्द मजलिस-ए-आमिला तशकील दी जाएगी और ज़िम्मेदारियां तफ़वीज़ की जाएंगी।
इख़तितामी कलमात में ऑब्ज़र्वर मुफ़्ती ज़फ़र अहमद क़ासमी ने नौ-मुंतख़ब उह्देदारान को मुबारकबाद पेश की और जमीअत की हालिया ख़िदमात पर तफ़सीली रौशनी डाली। उन्होंने कहा कि जमीअत उलमा ने हमेशा दीन व मिल्लत की क़ियादत में नुमायां किरदार अदा किया है, और उम्मीद है कि नए ज़िम्मेदारान इस रिवायत को मजीद वुसअत देंगे।
इजलास दुआइया कलमात पर इख़्तिताम-पज़ीर हुआ।