महिला सुरक्षा एवं मासिक धर्म स्वच्छता पर विशेष चर्चा
कानपुर | मोहम्मद उस्मान कुरैशी | साक्षी फाउंडेशन और द लर्निंग हट के संयुक्त प्रयास से “हाइजीन एंड सेफ्टी – बोथ आर एसेंशियल” विषय पर एक जागरूकता सेमिनार का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम एम एच एम पब्लिक स्कूल आवास विकास हंसपुरम नौबस्ता में संपन्न हुआ, जिसमें महिला सुरक्षा और मासिक धर्म स्वच्छता जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर गहन चर्चा की गई।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!कार्यक्रम में इंजीनियर स्मृति मिश्रा, एडवोकेट डॉ. साक्षी विद्यार्थी और सामाजिक कार्यकर्ता सबीहा खान मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहीं। उन्होंने मासिक धर्म स्वच्छता, महिलाओं की सुरक्षा और समाज में जागरूकता बढ़ाने पर अपने विचार साझा किए।
इंजीनियर स्मृति मिश्रा ने कहा “मासिक धर्म एक प्राकृतिक प्रक्रिया है, लेकिन आज भी इसके बारे में खुलकर बात करने से हिचकिचाहट होती है। यह जरूरी है कि हम इससे जुड़ी भ्रांतियों को दूर करें और लड़कियों को सही जानकारी दें। स्वच्छता का अभाव केवल स्वास्थ्य को प्रभावित नहीं करता, बल्कि आत्मविश्वास को भी कम कर सकता है। हमें शिक्षित और जागरूक समाज बनाने के लिए मिलकर प्रयास करना होगा।”
एडवोकेट डॉ. साक्षी विद्यार्थी ने अपने संबोधन में कहा, “महिला सुरक्षा केवल कानून तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि हमें मानसिकता में बदलाव लाने की जरूरत है। महिलाओं को अपने अधिकारों और कानूनों की जानकारी होनी चाहिए ताकि वे अपने लिए खड़े हो सकें। हमें अपनी बेटियों को आत्मनिर्भर बनाना होगा और लड़कों को सिखाना होगा कि महिलाओं का सम्मान कैसे किया जाए।”
सामाजिक कार्यकर्ता सबीहा खान ने जागरूकता पर जोर देते हुए कहा “महिलाओं के प्रति समाज का नजरिया तभी बदलेगा जब हम सुरक्षा और स्वच्छता को एक प्राथमिकता बनाएंगे। मासिक धर्म से जुड़ी शर्मिंदगी को खत्म करने की जरूरत है ताकि लड़कियां बिना किसी झिझक के अपनी बात रख सकें। स्कूलों और परिवारों में इस विषय पर खुलकर बात होनी चाहिए, तभी सही बदलाव संभव है।”
समाज में सकारात्मक बदलाव की ओर एक कदम
साक्षी फाउंडेशन के इस जागरूकता अभियान का मुख्य उद्देश्य महिलाओं की सुरक्षा और मासिक धर्म स्वच्छता को लेकर समाज में व्याप्त भ्रांतियों को दूर करना और सही जानकारी प्रदान करना था।
इस आयोजन की रूपरेखा तैयार करने और उसे सफल बनाने में अशफाक सिद्दीकी, एडवोकेट शाहरुख खान और इंजीनियर मुदस्सिर खान की महत्वपूर्ण भूमिका रही। उन्होंने इस पहल को समाज के लिए एक सकारात्मक परिवर्तन की दिशा में अहम कदम बताया और भविष्य में भी ऐसे जागरूकता कार्यक्रमों को आयोजित करने की प्रतिबद्धता जताई।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्राओं और महिलाओं ने भाग लिया और अपने अनुभव साझा किए। प्रतिभागियों ने इस पहल की सराहना की और इसे महिला सशक्तिकरण की दिशा में महत्वपूर्ण प्रयास बताया।