गोरखपुर। समग्र शिक्षा माध्यमिक उत्तर प्रदेश की योजनांतर्गत प्रदेश के पीएम श्री विद्यालयों में हेल्थ कैंप के आयोजन किया गया। इस क्रम में बुधवार को राजकीय जुबिली इंटर कॉलेज में स्वास्थ्य शिविर आयोजित किया गया।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!विद्यालय में अध्ययनरत कक्षा 9 से 12 के कुल 250 विद्यार्थियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। शिविर में ज़िला क्षय उन्मूलन अधिकारी, डॉ. गणेश यादव द्वारा टी बी रोग के विषय में विद्यार्थियों को विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा क्षय रोग के उन्मूलन हेतु 100 दिवसीय जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।
कार्यकम का शुभारंभ करते हुए संयुक्त निदेशक गोरखपुर मंडल सतीश सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य एक अपरिहार्य विषय है। जीवन की समस्त संभावनाएं हमारे स्वस्थ शरीर एवं मस्तिष्क पर ही निर्भर करती हैं।
जिला विद्यालय निरीक्षक, डॉ. अमरकांत सिंह ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारा निरोग होना हमारी पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। एक विद्यार्थी के रूप में हम विद्यालय तथा अपनी शिक्षा के साथ न्याय तभी कर सकेंगे जब हम शरीर और मन से स्वस्थ होंगे।
राजकीय जुबिली कार्यक्रम में चिकित्सकों की टीम एवं कार्यक्रम के आयोजकों को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. विश्व प्रकाश सिंह ने अंग्रेज़ी भाषा की एक कहावत “ही हू हैज़ हेल्थ हैज़ होप” अर्थात् “जिसका स्वास्थ्य उत्तम है उसके पास अपार उम्मीदें हैं” उद्धृत करते हुए कहा कि स्वस्थ जीवन, स्वस्थ नागरिक किसी भी देश की रीढ़ होते हैं।
विद्यालय में आप सभी के अभिभावक के रूप में मैं आपकी आगामी बोर्ड परीक्षा एवं वार्षिक परीक्षाओं के लिए आपके शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य हेतु शुभाशीष देता हूं। डॉ. अरुणेंद्र राय ने कहा विद्यार्थियों के साथ – साथ विद्यालय के शिक्षकों को भी स्वास्थ्य शिविर में प्रतिभाग करने हेतु प्रेरित किया।
शिविर में जनपद स्थित विविध चिकित्सा क्षेत्रों से लोकप्रिय चिकित्सक मौजूद रहे। इनमें डॉ. गणेश यादव, रामबाबू प्रसाद, समित कुमार राय, संजीव राय, अमित शाही, मनोचिकित्सक रामेंद्र त्रिपाठी, ऑप्टोमेट्रीस्ट नीरज कुमार श्रीवास्तव, फार्मासिस्ट हरेंद्र कुमार पाल अभय नारायण मिश्रा आदि उपस्थित रहे।
उक्त कार्यक्रम को क्रियान्वित करने हेतु विद्यालय के शिक्षक डी पी यादव, डॉ. अरूणेंद्र राय शिवशंकर मल्ल, प्रदीप कुशवाहा, मनीष कुमार सिंह, डॉ. हरि प्रताप त्रिपाठी इत्यादि उपलब्ध रहे।