रमज़ान मुबारक: इस्लामी वर्ष का पवित्र महीना
रमज़ान मुबारक, उपवास (रोज़ा) का पवित्र इस्लामी महीना। इस्लामी कैलेंडर के नौवें महीने में दुनिया भर के मुसलमानों के लिए रमज़ान मुबारक का पवित्र महीना प्रार्थना (इबादत) और उपवास (रोज़ा) के महीने के रूप में मनाया जाता है।
इस वर्ष रमज़ान का पवित्र माह 01 फरवरी, 2025 की शाम को शुरू हो गया है, पहला (रोज़ा) उपवास 2 मार्च, 2025 से शुरू हो कर 30 अथवा 31 मार्च की शाम को समाप्त होने वाला है।
हर वर्ष नए चाँद के निकलने, जो औपचारिक रूप से महीने की शुरुआत का संकेत देता है, रमज़ान की शुरुआत होती है। ईद-उल-फ़ितर, एक इस्लामी धार्मिक पर रमज़ान के अंत का प्रतीक है, जिसे मुसलमान रमज़ान के फ़ौरन बाद मनाते हैं।
रमज़ान मुबारक आध्यात्मिक विकास का महीना:
आध्यात्मिक विकास और इश्वर (अल्लाह ) के प्रति विश्वास को बढ़ावा देना रमज़ान का रोज़ा एक प्रमुख साधन है, जिसमें फजर के पहले (सूर्योदय से पहले एक निर्धारित समय) से सूर्यास्त तक 30 या 29 दिनों तक भोजन और अन्य पदार्थों (जो रोज़े की हालत में वर्सेजित है) से परहेज़ को रोज़ा कहा जाता है।
रमज़ान इफ्तार:
इफ़्तार, एक ऐसा भोजन है जिसे आम तौर पर परिवार और दोस्तों के साथ साझा किया जाता है, जो रोज़ा खोलने के लिए सूर्यास्त के बाद परोसा जाता है।
किन बातों का ध्यान रखना है?
लंदन जनरल प्रैक्टिस के एक जनरल प्रैक्टिशनर डॉ. नासिर हन्नान के अनुसार, सिरदर्द, कम ऊर्जा और मूड में उतार-चढ़ाव उपवास से उत्पन्न होने वाले मुख्य लक्षण हैं।
जनरल प्रैक्टिशनर इस बारे में मार्गदर्शन देते हैं कि रमजान के लिए कैसे तैयार होना है तथा रोज़े के दौरान व्यक्ति ऊर्जा के स्तर को कैसे बनाए रखें और पूरे समय अपने दैनिक जीवन का प्रबंधन कैसे करें
रमज़ान की तैयारी कैसे करें?
रमज़ान से 30 दिन पहले ही तैयारी करना महत्वपूर्ण है क्योंकि रमज़ान मुबारक का महीना आध्यात्मिक आत्मनिरीक्षण और थकावट का समय है, ठीक वैसे ही जैसे मैराथन के लिए प्रशिक्षण। इसके लिए इस्लाम भी पहले से ही तय्यारी की सलाह देता है।
जीपी पाथफाइंडर क्लीनिक की डॉ. शाज़िया सिद्दीकी, त्वचा विज्ञान में जीपीडब्ल्यूईआर, सुझाव देती हैं कि रोजेदार रमज़ान की तय्यारी के लिए अधिक पानी पीने, कैफीन कम करने और भोजन के बीच अंतराल रखने का प्रबंध करें। वह जल्दी सोने और नींद के पैटर्न को संशोधित करने की भी सलाह देती हैं।
रमज़ान में आराम, काम और प्रार्थना में संतुलन?
डॉ. नासिर हन्नान उपवास के दौरान आहार, व्यायाम और नींद को संतुलित करने के महत्व पर जोर देते हैं। वह पूरे महीने ऊर्जा और प्रदर्शन को बनाए रखने के तरीकों के रूप में कैलेंडर योजना और समय प्रबंधन का सुझाव देते हैं। इसके अलावा, डॉ. नासिर हन्नान रात की प्रार्थना ( तरावीह एवं सहरी ) के दौरान खोई हुई नींद की पूर्ति के लिए दिन में छोटी-छोटी झपकी लेने का सुझाव देते हैं, जो ऊर्जा के स्तर को बनाए रखने में मदद करता है।
ऊर्जा बनाए रखने के लिए क्या उपाय करें?
रमज़ान के दौरान धीमी गति से काम करना, जैसे कि वार्षिक छुट्टी लेना या घर से बाहर की गतिविधियों की योजना बनाना, फायदेमंद हो सकता है। उपवास के दौरान खुद को ज़्यादा काम न करना महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह महीना परिवार के साथ समय बिताने और आराम करने के लिए समर्पित है। अगर आपको चक्कर या कमज़ोरी महसूस होती है, तो ख़तरनाक होने से पहले अपना उपवास तोड़ दें। किन्तु इस दरमियान अपने डॉक्टर से सलाह आवश्य लें क्योंकि इस्लामी में भारी स्वास्थ्य सम्स्स्याओं में रोज़ा तोड़ने की इजाज़त है।
उर्जादायक भोजन महत्वपूर्ण
पूरे दिन ऊर्जावान बने रहने के लिए संतुलित आहार ज़रूरी है। सहरी में सबसे पहले दही जैसे धीमी गति से ऊर्जा देने वाले खाद्य पदार्थ खाना लाभदायक है।
पूरे रमज़ान के दौरान चीनी के ज़्यादा सेवन से बचना महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे भोजन के बाद की स्थिति खराब हो सकती है। कैलोरी गिनने के तरीके इसमें मदद कर सकते हैं।
रमज़ान मुबारक में किन बातों का ध्यान जरुरी है
रमज़ान के दौरान, हाइड्रेटेड रहना भी बहुत ज़रूरी है। सुनिश्चित करें कि आप हाइड्रेटेड रहें और खाने-पीने की अनुमति वाले समय में पर्याप्त पानी पिएं। कोला और नींबू पानी और बाज़ार में उपलब्ध दूसरे कोल्ड्रिंक जैसे कैफीन युक्त पेय पदार्थों से दूर रहें, कैफीन की मात्रा अधिक होने का कारण ये आपको पानी की कमी से दोचार कर सकते हैं।
यदि आप व्यायाम करते हैं तो रोज़े की हालत में ऊर्जा बनाए रखने के लिए मेहनत वाले वर्कआउट की जगह स्ट्रेचिंग या वॉकिंग जैसे छोटे व्यायाम करें।