गोरखपुर, 9 जुलाई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को जहां एक दिन में प्रदेश में 37 करोड़ पौधरोपण के विशिष्ट महाभियान में तीन स्थानों पर खुद शामिल होकर इसे गतिमान किया तो वहीं प्रदेश सरकार की योजनाओं पर सवाल उठाने वाले विपक्ष, खासकर समाजवादी पार्टी पर खासे आक्रामक रहे। उन्होंने पूर्ववर्ती सपा सरकार के कार्यकाल की कुछ योजनाओं के आंकड़ों के साथ पोल खोली। गोरखपुर के पौधरोपण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने सपा सरकार के कार्यकाल में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के टेंडर और जेपीएनआईसी से जुड़े आकंड़ों का हवाला देते हुए सीधा हमला बोला और बिना किसी नेता का नाम लिए कहा कि लूट और भ्रष्टाचार उजागर होने से ‘बबुआ’ बौखला गए हैं।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!सीएम योगी बुधवार को पौधरोपण महाभियान 2025 के अंतर्गत चिलुआताल के किनारे पौधरोपण करने के पूर्व जनसभा को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने ‘एक पेड़ मां के नाम-2.0’ थीम पर खाद कारखाना से सटे चिलुआताल के किनारे हरिशंकरी (पीपल, बरगद, पाकड़) का पौधरोपण कर पवित्र धारा वन की स्थापना का शुभारंभ किया। इसके पूर्व खाद कारखाना परिसर में उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि 2017 के पूर्व प्रदेश में योजनाओं में लूट और भ्रष्टाचार का तांडव मचा हुआ था। सपा सरकार में 341 किलोमीटर लंबे और 110 मीटर चौड़े पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के लिए जो टेंडर निकाला गया था उसकी लागत 15200 करोड़ रुपये थी। जबकि भाजपा की डबल इंजन सरकार ने इसकी चौड़ाई बढ़ाकर 120 मीटर की और दोबारा टेंडर निकाला तो लागत आई 11800 करोड़ रुपये। उन्होंने इस अंतर धनराशि को लूट करार देते हुए कहा कि यह रकम कहां जा रही थी। उन्होंने कहा कि लूट और भ्रष्टाचार करने वाले वही लोग आज हमें उपदेश दे रहे हैं। पूर्ववर्ती सरकार की पोल खोलने के सिलसिले को जारी रखते हुए मुख्यमंत्री ने जय प्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर (जेपीएनआईसी) के आकंड़े भी जनता के सामने रखे। कहा कि जेपी, मूल्यपरक राजनीति और परिवारवाद की मुखालफत के लिए जाने जाते हैं। पर, सपा सरकार ने उनके नाम को भी बदनाम किया। जेपीएनआईसी की लागत सिर्फ 200 करोड़ रुपये थी लेकिन मार्च 2017 तक इस पर 860 करोड़ रुपये खर्च कर दिए गए और काम भी पूरा नहीं हुआ था। इसकी सीबीआई जांच हो रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नैतिकता की बात करने वाले बबुआ लूट और भ्रष्टाचार उजागर होने से बौखला गए हैं।
सवाल करने वालों को अवसर मिला तो उन्होंने कुछ नहीं किया
मुख्यमंत्री ने डबल इंजन सरकार पर सवाल उठाने वालों को कठघरे में खड़ा किया। कहा कि वे एक दिन में 37 करोड़ पौधरोपण के अभियान पर भी सवाल उठाते हैं जबकि इन प्रश्न करने वालों को जब अवसर मिला तो उन्होंने कुछ नहीं किया। योजनाओं को लूटपाट और भ्रष्टाचार का केंद्र बनाया। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट दिया, वन डिस्ट्रिक्ट वन क्रॉप दिया जबकि सपा, कांग्रेस और बसपा की सरकारों ने वन डिस्ट्रिक्ट वन माफिया दिया। परिवारवाद के नाम पर समाज में जहर घोलने का काम किया। रामभक्तों पर गोलियां चलवाई। उन्होंने कहा कि पूर्व की सरकारों में वन माफिया जंगलों की अवैध कटान कराते थे, खनन माफिया अवैध खनन कराते थे और भू माफिया गरीबों की जमीनों पर कब्जा करते थे। प्रदेश में अराजकता का तांडव था। उन्होंने कहा कि आज सरकार ने प्रदेशभर में जीरो टॉलरेंस नीति लागू कर माफिया को ठिकाने लगा दिया है। 2017 के पहले प्रदेश के युवाओं के सामने पहचान का संकट था। युवा बाहर अपनी पहचान नहीं बता पाता था। आज जब यूपी का युवा बाहर जाता है तो प्रदेश से जुड़ी उसकी पहचान जानते ही सामने वाले के चेहरे पर चमक आ जाती है।