कानपुर ( मोहम्मद उस्मान कुरैशी ) 18 जनवरी मदरसा अशरफुल मदारिस गद्दियाना के छात्रों ने एक ही बैठक में पूरा कुरान सुना कर एक इतिहास रच दिया मदरसे के 2 मेहनती छात्र बबूल रज़ा क्लास कारी सैयद कासिम बरकाती, मोहम्मद साहिल क्लास हाफ़िज़ मो.मुश्ताक अशरफी ने कुरआन से मोहब्बत की एक मिसाल कायम की इन दोनों छात्रों ने 16 जनवरी 2025 को पूरा कुरआन पाक एक बैठक में बिना देखे सुनाने का कारनामा अंजाम दिया
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कुरआन सुनाने की महफिल सुबह 8 बजे शुरू हो कर दोपहर 3:30 तक चली इस दौरान दोनों छात्रों ने दिलकश आवाज में पूरा कुरआन बगैर वक्फे (बिना रुके) सुनाया इस मौके पर जामिया के सरबराहे आला हज़रत अल्लामा मौलाना मो. हाशिम अशरफी साहब ने नमाज़े जुमा के बाद अक्सा जामा मस्जिद में छात्रों के सर पर साफा बांध कर दुआओं से नवाज़ते हुए उनकी हौसला अफज़ाई की और दूसरे छात्रों को भी मेहनत से पढ़ने की अपील की
इस मौके पर सदर मदरसा मो.रफीक मुंशी,शफीक अहमद व समेत इलाके के लोगों ने दोनों छात्रों की गुल पोशी करते हुए दुआओं से नवाज़ते हुए उनके मां बाप को भी मुबारकबादी पेश की जामिया में आयोजित होने वाले इस यादगार अवसर ने यह साबित कर दिया कि आज भी नौजवान नस्ल कुरआन पाक से बे इंतहा लगाव रखती है बाबुल रजा और साहिल की यह कोशिश न सिर्फ उनके लिए बल्कि दूसरे बच्चों के लिए भी एक मिसाल है कि मेहनत, लगन और उस्ताद की रहनुमाई के जरिए कोई भी बुलंद मुकाम हासिल किया जा सकता है
एक बैठक में पूरा कुरान सुनाने वाले छात्रों को जामिया जामिया के तमाम मुदर्रिसीन मौलाना फतेह मोहम्मद कादरी ,मौलाना महमूद हस्सान अख्तर अलीमी,मौलाना सुफियान मिस्बाही, मुफ्ती शब्बीर मिस्बाही ,मुफ्ती गुल मोहम्मद जामई, मौलाना मो.कासिम मिस्बाही,मौलाना मसूद मिस्बाही, हाफिज मोहम्मद अरशद अशरफी, हाफ़िज़ नियाज अहमद अशरफी ,कारी मोहम्मद आजाद अशरफी ,कारी सैयद कासिम बरकाती ,हाफिज मोहम्मद मसूद अशरफी ,हाफिज मोहम्मद मुश्ताक अशरफी ,मौलाना कलीम अहमद, कारी मोहम्मद अहमद अशरफी ने छात्रों को खूब-खूब दुआओं से नवाज़ा यह मुबारक महफिल कुरान मजीद की अजमत और उसकी मोहब्बत का पैगाम लेकर हुज़ूर गाज़ी ए इस्लाम इस्लाम की दुआओं पर खत्म हुई