कानपुर (मोहम्मद उस्मान कुरैशी) नबियों के बाद सब से बड़ा मरतबा हज़रत अबू बकर सिद्दीक र.अ.का है तमाम सहाबा आप के फजाएल को मानने वाले थे मौला अली ने फरमाया किपैग़म्बरे इस्लाम के बाद इस उम्मत में सब से अफ़ज़ल हज़रत अबू बकर सिद्दीक र. अ. हैंआप पहले खलीफा हैं आप सब से पहले इस्लाम क़ुबूल करने वाले हैं
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!आप की चार नस्लेंसहाबी ए रसूल हैं उक्त विचार मदरसा जामिया अशरफुल मदारिस गद्दियाना में ऑलइंडिया गरीब नवाज़ काउंसिल के तत्वाधान में आयोजितजश्ने यौमे सिद्दीके अकबर के जलसे को संबोधित करते हुए काउंसिल के राष्ट्रीय अध्यक्षमौलाना मो.हाशिम अशरफ़ी इमाम ईदगाह गद्दियाना ने किया श्री अशरफ़ी ने कहा हज़रतअबू बकर सिद्दीक र. अ. का लकब सिद्दीक है यह लकब इंसानों का नहीं बल्कि अल्लाह तआला ने अता फरमाया है पैग़म्बरे इस्लाम ने इरशाद फ़रमाया कि अल्लाह औरमुसलमान अबू बकर सिद्दीक से राज़ी हैं वहीं लोगों को नमाज़ पढ़ाएंगे और मेरे बाद ख़िलाफत के लिए अबू बकर के अलावा किसी को क़ुबूल नहीं करेंगे
आप की पैदाइश वाकयाए फील के 2 साल 4/ माह बाद हुई पैगम्बरे इस्लाम का इरशाद है कि ऐ अबू बकर ग़ारेसौर में तुम हमारे साथ रहे हौज़े कौसर पर भी मेरे साथ रहोगे इस्लाम को इतना फायदाकिसी के माल से नहीं पहुंचा जितना अबू बकर के माल से पहुंचा आप का विसाल 22जमादिउल आखिर १३ हिजरी को हुआ आप का मज़ार गुम्बदे खजरा के अन्दर पैगम्बरेइस्लाम के दाहिने पहलु पर है क़यामत के दिन पैगमबरे इस्लाम के बाद सब से पहलेहज़रत अबू बकर र.अ. अपनी क़ब्र से बहार आयेंगे
लोगों को चाहिए सहाबा ए किराम सेसच्ची मुहब्बत करें इस से पूर्व जलसे का आगाज कुराने पाक की तिलावत से हाफिज मुहम्मद मुशताकअशरफ़ी ने किया सय्यद खुर्शीद आलम, कारी मोहम्मद अहमद अशरफ़ीने नातो मनक़बत पेश किए सलातो सलाम के बाद हिंदुस्तान समेत आलम ए इस्लाम के अमन व अमान और खुशहाली के लिए दुआएं की गईतबर्रुक तकसीम किया गया जलसे में प्रमुख रूप से मौलाना फतेह मोहम्मद कादरी, मौलाना सुफियान मिस्बाही ,मौलाना गुल मोहम्मद जामई ,मौलाना मसूद मिस्बाही ,हाफिज मोहम्मद अरशद अशरफी ,कारी आजाद अशरफी , हाफिज नियाज अशरफी, हाफिज मसूद रजा, हाफिज मुश्ताक अशरफी,कारी सैयद कासिम बरकाती, शमशाद गाज़ी आदि उपस्थित थे