Low interest rate solar loan आसानी से कैसे हासिल करें
महंगी बिजली एवं लोड शीडिंग से परीशान है। जिस से निजात पाने का आसन तरीका सौर ऊर्जा है। सौर ऊर्जा (Solar Energy) न केवल पर्यावरण के लिए बेहतर है, बल्कि बिजली बिल को भी कम करने का स्मार्ट तरीका है। किन्तु सोलर पैनल लगाने की शुरुआती लागत कई लोगों के लिए चुनौती बन जाती है। ऐसे में सोलर पैनल लोन एक बेहतरीन विकल्प है। पर सवाल यह है कि न्यूनतम ब्याज दर पे सोलर पैनल लोन (Lowest Interest Rate solar loan) कहाँ मिलेगा? इस की बेसिक जानकारी न होने के कारण कई बार सोलर पैनल लोन भारी परीशानी का कारण बन जाता है। इस लेख में हम आपको बताएँगे कि कैसे सब्सिडी और कम ब्याज दर वाले लोन आप बड़ी आसानी से हासिल कर सकते हैं।, और सोलर पैनल लगवाते समय किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है।
Low interest rate solar loan को प्रभावित करने वाले फैक्टर्स
लोन की ब्याज दर आपकी फाइनेंशियल स्थिति, लोन देने वाले संस्थान और सरकारी योजनाओं पर निर्भर करती है। जिसके कुछ मुख्य फैक्टर्स निम्न प्रकार होते हैं:
- क्रेडिट स्कोर (Credit Score): क्रेडिट स्कोर एक महत्वपूर्ण फैक्टर्स होता है जिसके लिए 750+ स्कोर अच्छा मन जाता है।
- लोन टेन्योर (Loan Tenure): लंबी अवधि के लोन पर ब्याज दर थोड़ी अधिक हो सकती है। इस लिए जब भी लोन लें तो हर संभव कम अवधि लोन को फोकस करें। इस से बड़ी ब्याज दर से राहत मिलेगी।
- लोन देने वाला संस्थान: बैंक, NBFC, या सरकारी संस्थानों की दरें अलग-अलग होती हैं। आम तौर पे सरकारी बैंक और योजनाओं के अंतर्गत मिलने वाले लोन प्राइवेट सेक्टर के मुकाबले सस्स्ते होते हैं।
- डाउन पेमेंट: अगर आप ज्यादा डाउन पेमेंट करते हैं, तो ब्याज दर कम हो सकती है।
- सरकारी सब्सिडी: भारत सरकार की MNRE (Ministry of New and Renewable Energy) की योजनाओं के तहत ब्याज दर में भारी छूट मिलती है। इस के लिए MNRE की वेबसाइट पर डिटेल्स देख सकते हैं।
Low interest rate solar loan देने वाले टॉप संस्थान
1. पब्लिक सेक्टर बैंक (Public Sector Banks)
- एसबीआई (SBI): “सौर ऊर्जा लोन” योजना के तहत 8.5% से शुरू होने वाली ब्याज दर।
- पंजाब नेशनल बैंक (PNB): 8.75% ब्याज दर और 15 लाख तक का लोन।
- बैंक ऑफ बड़ौदा: ग्रामीण इलाकों के लिए विशेष सब्सिडी के साथ 9% ब्याज दर।
2. प्राइवेट एनबीएफसी (NBFCs)
सरकारी संस्थानों के मुकाबले प्राइवेट कम्पनियाँ थोड़े महंगे ब्याज दरों पे लोन मोहैया कराती हैं किन्तु यह कंपनिया सरकारी संस्थानों के प्रति डॉक्यूमेंट में आसानी एवं माथा पच्ची से फ्री होती हैं ।
- L&T फाइनेंस: 10% से 12% ब्याज दर पर फ्लेक्सिबल रिपेमेंट ऑप्शन प्रदान करता हैं।
- Tata Capital: सोलर प्रोजेक्ट्स के लिए कस्टमाइज्ड लोन, 9.5% ब्याज दर से शुरू।
3. सरकारी योजनाएं (Government Schemes)
- MNRE सब्सिडी: अलग अलग राज्य के अनुसार सोलर पैनल लगाने पर 30% से 70% तक की सब्सिडी सरकार की तरफ से दी जाती है। सरकारी योजनाओं की तरफ जाना एक सस्ते और किफायती सोलर सिस्टम के लिए अच्छा फैसला हो सकता है।
- SRISTI योजना: नवीकरणीय ऊर्जा प्रोजेक्ट्स के लिए 8% से कम की ब्याज दर पे सोलर लोन उपलब्ध है।
4. डिजिटल लेंडिंग प्लेटफॉर्म (Digital Lending Platforms)
- Credy, FlexiLoans जैसे प्लेटफॉर्म पर 10% से 15% ब्याज दर पर क्विक लोन प्रदान करते हैं।
कम ब्याज दर पाने के टिप्स!
- लोन प्रोवाइडर्स की तुलना करें: बैंक, NBFC, और सरकारी योजनाओं के ब्याज दरों को Compare करें।
- क्रेडिट स्कोर सुधारें: EMI का पेमेंट समय पर करें और क्रेडिट यूटिलाइजेशन 30% से कम रखें।
- कम टेन्योर चुनें: लोन जल्दी चुकाने पर ब्याज कम लगता है।
- सरकारी सब्सिडी का लाभ उठाएँ: MNRE की वेबसाइट पर अप्लाई करें।
- लोन पर बातचीत करें: बैंक मैनेजर से कम ब्याज दर के लिए नेगोशिएट ( मोल भाव) करें।
कुछ जरुरी सवालों के जवाब (FAQs)
Q1. सोलर लोन पर ब्याज दर कितनी होती है?
- सामान्यतः 8.5% से 15% के बीच, लेकिन सरकारी सब्सिडी से यह 6-7% तक आ सकती है।
Q2. क्या सोलर लोन पर टैक्स बेनिफिट मिलता है?
- जी हाँ! इनकम टैक्स एक्ट की धारा 80(IA) के तहत टैक्स छूट मिल सकती है।
Q3. लोन के लिए कौन से डॉक्युमेंट्स चाहिए?
- पहचान प्रमाण, आय प्रमाण, प्रॉपर्टी पेपर्स, और सोलर पैनल कंपनी का कोटेशन।
Q4. लोन प्रोसेसिंग में कितना समय लगता है?
- 7 से 15 दिन, अगर सभी डॉक्युमेंट्स सही हैं।
Q5. अगर लोन नहीं चुका पाए तो क्या होगा?
- ब्याज दर बढ़ सकती है या सोलर सिस्टम को जब्त भी किया जा सकता है।
सही प्लानिंग से पाएँ कम ब्याज दर
न्यूनतम ब्याज दर पर सोलर पैनल लोन पाने के लिए सही संस्थान चुनना और अपनी फाइनेंशियल हिस्ट्री को मजबूत बनाना जरूरी है। सरकारी योजनाओं का लाभ उठाकर आप न सिर्फ पैसे बचाएँगे, बल्कि भविष्य में बिजली बिल से भी छुटकारा पाएँगे। इस के लिए आप नजदीकी बैंक या ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का रुख कर सकते हैं !