Delhi Election Results 2025 एक मिशन का हिस्सा है जिसकी रूपरेखा संघ ने तैयार की है
Delhi Election Results 2025: संघ के मज़बूत इरादे और संकल्प का एक आध्याय आज पूरा हो गया. आर एस एस ने आम आदमी पार्टी को जिस कम पर लगाया था, अरविन्द केजरीवाल ने उसे बखूबी पूरा कर दिया. बीजेपी अपने दम पर शीला दीक्षित सरकार को शायद आज भी न गिरा पाती लेकिन अरविन्द केजरीवाल ने अपने पहले ही चुनाव में कांग्रेस को दिल्ली से बाहर कर दिया. आम आदमी पार्टी को पिछले कुछ वर्षों तक मात्र इस लिए सत्ता में रहने दिया ताकि कोंग्रेस वापसी न कर पाए.
आप का हारना क्यों जरुरी था:
अब जबकि कांग्रेस की वापसी नामुमकिन हो गई तो आम आदमी पार्टी को और मोहलत नहीं दी जा सकती क्योंकि सत्ता का लोभ संघ के मिशन में रोड़ा डाल सकता है. इस लिए अब आम आदमी पार्टी को हटाना ज़रूरी हो गया था. आप आदमी पार्टी के पर कतरने की एक वजह यह भी है कि धेरे धेरे यह दिल्ली के बहार भी कदम ज़माने लगी थी. पंजाब में इन्होने सरकार बना ली. गुजरात में 5 विधायक बना लिए. जिस से संघ को आशंका हुई कि अरविद केजरीवाल को और मोहलत मिली तो उनका सत्ता लोभन संघ के मिशन को नुकसान पहुंचा सकता है.
हिन्दू ह्रदय सम्राट मात्र बीजेपी है:
संघ कभी भी नहीं चाहेगा कि बीजेपी के इलावा कोई और पार्टी हिन्दू ह्रदय सम्राट बने. पिछले कुछ वर्षों की बात करें तो अरविन्द केजरीवाल बहुसंख्यक समाज में खुद को हिन्दू लीडर के तौर पर पेश करते नज़र आये हैं. राम मंदिर की मुफ्त यात्रा तथा कोरोना काल में जिस तरह अरविन्द केजरीवाल ने मुस्लिम विरोधी रवैया दिखाया वह संघ के लिए चिंता का विषय बन गया था. इस के इलावा भी आम आदमी पार्टी की कई ऐसी गतिविधयां हैं. जिससे संघ को प्रतीत हुआ कि अब और ढील उसके मिशन को ख़राब कर सकती है. फ़ौरन आम आदमी पार्टी को बाहर का रास्ता दिखाना ज़रूरी हो गया.
बीजेपी के जीत का कारण:
जिन लोगों को लगता है कि Delhi Election Results 2025 बीजेपी अपने दम पर चुनाव जीती है तो वह धोखे में हैं. बीजेपी अपने दम पर अब चुनाव जीतने की हालत में नहीं है. इस के बाद भी अगर बीजेपी चुनाव जीत रही है तो इस के पीछे कोई और कारण है और वह कारण है संघ और उस से जुड़े संगठन, जो दिन रात बहुसंख्यक समाज में अप्ल्संख्यकों प्रति नफरत को बढ़ावा दे रहे हैं. वरना बीजेपी में ऐसी कोई खास बात नहीं है कि जनता उन्हें वोट करे.
Delhi Election Results 2025: हिन्दू राष्ट्र का नशा:
हिन्दू राष्ट्र का एक नशा है जो बहुसंख्यक समाज को हर राजनितिक शोषण के सहने का साहस देता है. हिन्दुओं को जब तक यह बात समझ में आएगी कि जिस हिन्दू राष्ट्र केन नाम पर उनका शोषण किया जा रहा है हकीकत में वह पूंजीपति व्यवस्था या विचारधारा है जिसका पूरे हिन्दू समाज को गुलाम बनाने की दिशा में पिछले 100 वर्षों से संघ और उससे जुड़े संगठन कर रहे हैं.
उलटी गिन्ती शुरू
आने वाले दिनों में बहुत जल्द यह देखने को मिल सकता है कि पंजाब से आम आदमी पार्टी को ख़तम करने की मोहिम तेज़ की जाये. इस की एक सूरत यह हो सकती है कि आम आदमी पार्टी के विधयक या नेताओं के खरीद लिया जाये या फिर उन्हें इस बात पर विवश कर दिया जाये कि वह खुद बीजेपी ज्वाइन कर लें. फिल्हाल अब देखना यह है कि इस की प्रकिरिया कब शुरू होती है.