लगातार दो वर्षों से आगजनी का दंश झेल रहे गौरी पाठक के लोग
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सिद्धार्थनगर। जिले के पथरा थाना क्षेत्र स्थित गौरी पाठक गांव में आग की चपेट में लगभग 1200 बीघा फसल जलकर खाक हो गया। कुछ मिनटों में ही आग ने कई किलोमीटर तक के दायरे में आने वाली फसल को जलाकर नष्ट कर दिया। ग्रामीणों के आंखों के सामने फसल जल रही थी, किसान बेबस नजर आ रहे थे। पछुआ पवनों ने ग्रामीणों को बेबस कर दिया। चारों तरफ चीख-पुकार मची हुई थी। आग के आगे सब बेबस नजर आ रहे थे। मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम ने फसल को बचाने का प्रयास किया लेकिन जब तक फायर ब्रिगेड पहुंच पाती तब तक फसल जल चुकी थी।

मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार को करीब 10 बजे आग की लपटें गांव की तरफ बढ़ रही थी। ग्रामीणों ने तत्काल फायर ब्रिगेड को सूचना देने की कोशिश की लेकिन लगातार प्रयास करने के बावजूद भी फायर ब्रिगेड से संपर्क स्थापित नहीं हो सका जिसके बाद ग्रामीणों ने पथरा थानाध्यक्ष को फ़ोन पर सूचना दी। जब तक फायर ब्रिगेड गांव रक पहुंचती, तब तक आधी से अधिक फसल जलकर खाक हो चुकी थी। आग की लपटें इतनी ऊंची और भयावह थी कि फायर ब्रिगेड से उस पर काबू नहीं पाया जा सका।
ग्रामीणों के अनुसार गौरी पाठक में करीब 1200 बीघा फसल आग से जलकर खाक हो गयी। किसानों के 6 महीनों की मेहनत बेकार चली गयी। गांव में चीख पुकार मची हुई थी। किसानों का रो-रो कर हुआ बुरा हाल हो था।
डीएम, एसडीएम,तहसीलदार व लेखपाल ने किया मुआयना
आग से नष्ट फसलों का मुआयना करने शनिवार को डीएम, एसडीएम डुमरियागंज, तहसीलदार व लेखपाल टीम सहित गांव पहुंचे। इस दौरान ग्राम प्रधान प्रतिनिधि नारायण स्वरूप पाठक सहित ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को लगातार दूसरे वर्ष फसल जलने की घटना से अवगत कराया। जिलाधिकारी ने अगले वर्ष गांव में पहले से ही फायर ब्रिगेड उपलब्ध किए जाने के लिए आश्वासन दिया। भौतिक जांच के बाद डीएम ने किसानों को मुआवजे के लिए ऑनलाइन आवेदन किए जाने के लिए कहा। साथ ही लेखपाल को त्वरित रिपोर्ट लगाने के लिए निर्देशित किया।