वर्ष 2024 समाप्त होने वाला है और 2025 की तैयारियाँ चल रही हैं। 2025 से कई महत्वपूर्ण नियम परिवर्तन होने वाले हैं। ये नीतियाँ घरों, व्यवसायों, यात्रियों और वित्त को प्रभावित करेंगी। ये समायोजन डेटा शुल्क, वीज़ा प्रक्रिया और जीएसटी सहित कई विषयों को कवर करते हैं।
1 जनवरी 2025 से होने वाले प्रमुख परिवर्तन:
- जीएसटी अनुपालन में प्रमुख परिवर्तन: जीएसटी अनुपालन में कई परिवर्तन 1 जनवरी, 2025 से प्रभावी होंगे, जो भारत में व्यवसायों को प्रभावित करेंगे ।
- अनिवार्य एमएफए (मल्टी-फैक्टर ऑथेंटिकेशन): जीएसटी पोर्टल पर बेहतर सुरक्षा के लिए सभी करदाताओं के लिए एमएफए अनिवार्य किया जाएगा। ओटीपी के लिए मोबाइल नंबर अपडेट करें, कर्मचारियों को प्रशिक्षित करें, एमएफए को जल्दी सक्षम करें और आईटी सिस्टम संगतता सुनिश्चित करें।
- ई-वे बिल प्रतिबंध: (E-Way Bill Restrictions) ई-वे बिल (ईडब्ल्यूबी) केवल उन आधार दस्तावेजों के लिए बनाए जा सकते हैं जो 180 दिनों से अधिक पुराने नहीं हैं। 180-दिन के नियम के साथ चालान और रसद को संरेखित करें, ईडब्ल्यूबी अनुस्मारक को स्वचालित करें, और आपूर्ति श्रृंखला टीमों के साथ इन्वेंट्री का समन्वय करें। परिवर्तनों का उद्देश्य प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करना और धोखाधड़ी से निपटना है।
थाईलैंड की ई-वीज़ा प्रणाली 1 जनवरी, 2025 से शुरू होगी:
किसी भी देश के नागरिक आधिकारिक वेबसाइट Thailand e-Visa के माध्यम से थाईलैंड ई-वीज़ा के लिए आवेदन कर सकेंगे। इससे पहले, ई-वीज़ा प्रणाली केवल विशिष्ट क्षेत्रों के यात्रियों के लिए उपलब्ध थी।
इस विस्तार से प्रक्रिया सरल हो जाएगी और सभी देशों के आवेदक वीज़ा आवेदन प्रक्रिया को ऑनलाइन पूरा कर सकेंगे। इस बदलाव से अंतरराष्ट्रीय आगंतुकों, विशेष रूप से भारतीयों के लिए थाईलैंड की यात्रा करना आसान हो जाएगा।
नए अमेरिकी वीज़ा नियुक्ति नियमों में कटौती:
1 जनवरी, 2025 से भारत में अमेरिकी दूतावास गैर-आप्रवासी वीज़ा आवेदकों को बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के एक बार अपॉइंटमेंट पुनर्निर्धारित करने की अनुमति देगा। आगे पुनर्निर्धारित करने के लिए पुनः आवेदन तथा शुल्क का भुगतान करना होगा।
इसके अलावा, 17 जनवरी 2025 से शुरू होने वाले नए होमलैंड सुरक्षा विभाग (डीएचएस) नियमों का उद्देश्य एच-1बी प्रक्रिया को आधुनिक बनाना होगा, जिससे नियोक्ताओं के लिए अधिक लचीलापन और भारतीय एफ-1 वीजा धारकों के लिए सुगम संक्रमण संभव होगा।
दूरसंचार उपयोगकर्ताओं के लिए नियम में परिवर्तन:
दूरसंचार विभाग ने 19 सितंबर 2024 को दूरसंचार नियम, 2024 जारी कर दिया है, जिन्हें आमतौर पर RoW नियम के रूप में जाना जाता है। ये नियम 1 जनवरी, 2025 से लागू होंगे। यह सार्वजनिक संपत्ति पर भूमिगत संचार सुविधाओं के निर्माण, उपयोग और रखरखाव को नियंत्रित करेगा।
नए नियम जियो, एयरटेल, वोडाफोन और बीएसएनएल जैसे दूरसंचार प्रदाताओं को अपनी सेवाओं में सुधार करने और मोबाइल टावरों की स्थापना का विस्तार करने में सक्षम बनाएंगे।