लखनऊ, 18 जून 2025। हज यात्रा की तैयारी में जुटे इच्छुक तीर्थयात्रियों के लिए हज कमेटी ऑफ इंडिया, मुंबई द्वारा महत्वपूर्ण प्रारंभिक दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। सर्कुलर-1 के माध्यम से मंगलवार को जारी इन निर्देशों में सऊदी अरब सरकार द्वारा हज-2026 की प्रारंभिक व्यवस्थाओं हेतु आवश्यक तैयारियों और समय सीमा की जानकारी दी गई है। इनका सख्ती से पालन करना सभी आवेदकों के लिए अनिवार्य होगा।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!हज कमेटी के अनुसार, हज-2026 की आधिकारिक घोषणा जुलाई, 2025 में होने की संभावना है। हालाँकि, घोषणा से पूर्व ही तीर्थयात्रियों को अपने पासपोर्ट सम्बन्धी कुछ अहम शर्तों को पूरा करना होगा।
पासपोर्ट सम्बन्धी अनिवार्य शर्तें:
- मशीन रीडेबल पासपोर्ट अनिवार्य: हज-2026 के लिए आवेदन करने वाले प्रत्येक तीर्थयात्री का पासपोर्ट मशीन द्वारा पठनीय (Machine Readable Passport – MRP) होना चाहिए। कोई भी हस्तलिखित पासपोर्ट स्वीकार नहीं किया जाएगा।
- पासपोर्ट वैधता: पासपोर्ट की वैधता अवधि 31 दिसंबर, 2026 तक होना अनिवार्य है। इस तिथि से पहले समाप्त होने वाला पासपोर्ट हज आवेदन के लिए मान्य नहीं होगा।
- नए पासपोर्ट के लिए विशेष सलाह: जो इच्छुक यात्री हज-2026 के लिए नया पासपोर्ट बनवा रहे हैं, उन्हें विशेष ध्यान देना होगा कि उनके पासपोर्ट में सरनेम या लास्ट नेम का कॉलम खाली न छोड़ें। यह सऊदी वीजा पोर्टल ‘नुसुक’ की आवश्यकताओं के अनुरूप है। सरनेम का उल्लेख न होने पर आवेदन प्रक्रिया या वीजा जारी होने में बाधा आ सकती है।
तत्काल कार्रवाई का आग्रह:
हज कमेटी ने सभी संभावित हज यात्रियों से तत्काल कार्रवाई का आग्रह किया है:
- जिन यात्रियों के पास 31 दिसंबर, 2026 तक वैध मशीन रीडेबल पासपोर्ट पहले से उपलब्ध है, वे जुलाई 2025 में आधिकारिक घोषणा के बाद ऑनलाइन आवेदन के लिए तैयार रहें।
- जिनके पासपोर्ट की वैधता इस तिथि से पहले समाप्त हो रही है या जिनके पास हस्तलिखित पासपोर्ट है, उन्हें तत्काल नया मशीन रीडेबल पासपोर्ट बनवाने के लिए पासपोर्ट कार्यालय में आवेदन करना चाहिए।
इस त्वरित कार्रवाई का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि जुलाई 2025 में हज-2026 की आधिकारिक घोषणा होने के बाद, सभी इच्छुक यात्री बिना किसी देरी के ऑनलाइन आवेदन करने में सक्षम हों और उनके पास वैध पासपोर्ट उपलब्ध हो। पासपोर्ट बनवाने में समय लग सकता है, इसलिए देरी करने से आवेदन प्रक्रिया प्रभावित हो सकती है।
यह महत्वपूर्ण जानकारी उत्तर प्रदेश राज्य हज समिति के सदस्य मोहम्मद इफ्तेखार हुसैन द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से साझा की गई है। हज कमेटी ने सभी संभावित आवेदकों से इन दिशा-निर्देशों का सावधानीपूर्वक पालन करने और आधिकारिक घोषणा की प्रतीक्षा करने का अनुरोध किया है।