लखनऊ। मोहम्मद उस्मान कुरैशी। प्रयत्न संस्था और हिंद इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन ‘वेलनेस कॉन–2025’ का समापन रविवार को हुआ। सम्मेलन के तीसरे दिन कुल 13 वैज्ञानिकों ने अपने-अपने विषयों पर व्याख्यान प्रस्तुत किए।
कार्यक्रम की शुरुआत आचार्य जोनास मेसिटी (पद्मश्री, निदेशक – विष्णु विद्यालय गुरुकुलम, ब्राज़ील) के उद्बोधन से हुई। उन्होंने कहा कि तनावग्रस्त व्यक्ति कभी सफल नहीं हो सकता। वैदिक ज्ञान एक अच्छे और संतुलित मानव के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
प्रो. एम.एल.बी. भट्ट (निदेशक, कल्याण सिंह कैंसर संस्थान) ने बताया कि आने वाले समय में भारत में एकीकृत औषधि प्रणाली के जरिए स्वास्थ्य क्षेत्र में नए अवसर खुल रहे हैं।
डॉ. प्रिया भारद्वाज (वाशिंगटन विश्वविद्यालय) ने ऑस्टियोपोरोसिस और हड्डियों में सुधार से जुड़े नवाचारों पर चर्चा की।
डॉ. विनीत गुप्ता (कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय) ने कहा कि वेलनेस की अवधारणा देश-विदेश की सीमाओं से परे है।
प्रो. राकेश दीक्षित (केजीएमयू) ने तनाव और वेलनेस के बीच संबंधों को समझाते हुए बताया कि वेलनेस अपनाकर तनाव पर नियंत्रण पाया जा सकता है।
डॉ. रश्मि टंडन (पेंसिलवेनिया) ने कहा कि दैनिक जीवन में ऊर्जा प्रबंधन से बेहतर जीवन जिया जा सकता है।
डॉ. दिलीप गुप्ता (ऑर्थोपेडिक सर्जन) ने बताया कि चिकित्सक स्वयं को कैसे हील कर सकते हैं।
प्रो. मैरी एन लम्सदेन (ब्रिटेन) ने महिलाओं के मध्य आयु में हॉर्मोनल बदलाव और उसके स्वास्थ्य पर प्रभाव पर प्रकाश डाला।
प्रो. सूरज कुमार (नई दिल्ली) ने होलिस्टिक और औषधीय दृष्टिकोण से एंटी-एजिंग नियंत्रण पर चर्चा की।
डॉ. रोहित सेठी ने श्वसन क्रिया और स्वर विज्ञान की मदद से स्वस्थ जीवन के रहस्य बताए।
प्रो. आमोद कुमार सचान (चेयरमैन, हिंद मेडिकल इंस्टिट्यूट) ने कहा कि स्वास्थ्य के तीन आयाम शारीरिक स्वास्थ्य, विचारों की शुद्धता और दिनचर्या का संतुलन को साधना आज की आवश्यकता है।
पद्मश्री प्रो. रवि कांत ने जीवन में औषधि और विज्ञान के संतुलन की बात की, जबकि डॉ. दिनेश चंद्र कटियार ने कैंसर की रोकथाम और शुरुआती स्क्रीनिंग के महत्व पर जोर दिया।
प्रो. अनूप मिश्रा ने मधुमेह के प्रबंधन पर विस्तृत जानकारी दी।
प्रतियोगिता परिणाम
सम्मेलन के दौरान पेपर प्रेजेंटेशन और ओरल प्रेजेंटेशन की तीन-तीन श्रेणियों में प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया।
पेपर प्रेजेंटेशन परिणाम:
- श्रेणी A: 1st Dr. Faizam Ahmad, 2nd Ankit Srivastava, 3rd Muskan Pandey
- श्रेणी B: 1st Sneha, 2nd Shreya Singh, 3rd Gyan Prakash Verma
- श्रेणी C: 1st Amit Yadav, 2nd Ananya Maurya, 3rd Shubha Gupta
ओरल प्रेजेंटेशन परिणाम:
- श्रेणी A: 1st Dr. Nishtha, 2nd Avika Shukla, 3rd Ritesh Ajay Kumar Nayak
- श्रेणी B: 1st Atifa Hafeez, 2nd Palak Agrawal, 3rd Ishika Singh
- श्रेणी C: 1st Dr. Manish Kumar, 2nd Charul Gupta, 3rd Shivam Agrawal
समापन समारोह
सम्मेलन का समापन समारोह डॉ. आमोद कुमार सचान (चेयरपर्सन, हिंद इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज) की अध्यक्षता में हुआ।
इस अवसर पर प्रयत्न संस्था के संरक्षक प्रो. एस.पी. सिंह, संयोजक डॉ. प्रवीण कटियार, ऑर्गनाइजिंग सेक्रेटरी डॉ. अजय कुमार गुप्ता, प्रो. राकेश कुमार दीक्षित और डॉ. विवेक सिंह सचान उपस्थित रहे।
सम्मेलन में कुल 550 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।
इस दौरान 11 अंतरराष्ट्रीय और 49 राष्ट्रीय विशेषज्ञों ने अपने विचार साझा किए।