कानपुर।मोहम्मद उस्मान कुरैशी। अकादमी ऑफ पीडियाट्रिक्स, कानपुर द्वारा आज से विश्व स्तनपान सप्ताह (1 से 7 अगस्त 2025) के अवसर पर विविध जनजागरूकता कार्यक्रमों की शुरुआत की गई। इस वर्ष का थीम है – “Prioritize Breastfeeding: Create Sustainable Support Systems” तथा स्लोगन है – “Invest in breastfeeding, invest in the future.”
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!कार्यक्रम की शुरुआत केएमसी अस्पताल के सेमिनार हॉल में आयोजित प्रेस वार्ता से हुई, जिसमें डॉ. महेश खत्तर, अकादमी की अध्यक्ष डॉ. रोली श्रीवास्तव एवं सचिव डॉ. अमितेश यादव ने मीडिया को संबोधित करते हुए सप्ताह भर चलने वाले कार्यक्रमों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि स्तनपान को प्राथमिकता देना माँ और शिशु दोनों के स्वास्थ्य के लिए अत्यंत आवश्यक है, और इस दिशा में समाज को संगठित समर्थन प्रणाली प्रदान करने की आवश्यकता है।
प्रेस वार्ता के उपरांत केएमसी अस्पताल में ही एक ‘ब्रेस्टफीडिंग काउंसलिंग सत्र’ आयोजित किया गया, जिसमें 26 माताओं ने भाग लिया। इस सत्र में विशेषज्ञों ने शिशु को सही ढंग से स्तनपान कराने, माँ के पोषण, एवं स्तनपान से जुड़ी भ्रांतियों पर चर्चा की।
इसी क्रम में एक अन्य महत्वपूर्ण कार्यक्रम कल्याणपुर स्थित रीजेंसी नर्सिंग कॉलेज में आयोजित किया गया, जिसमें 76 नर्सिंग स्टाफ ने भाग लिया। इस सत्र में डॉ. किरण सुथार, डॉ. अनीश सिन्हा एवं डॉ. रोली श्रीवास्तव ने स्तनपान की वैज्ञानिक महत्ता, माताओं को सहयोग करने की तकनीकें एवं व्यवहारिक पहलुओं पर प्रकाश डाला।
इसके अतिरिक्त, सिंधी अस्पताल, गोविंद नगर में भी एक स्तनपान जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें 53 माता-पिता ने भाग लिया। इस अवसर पर डॉ. डी. पी. हांडा एवं डॉ. सुबोध बाजपेयी ने उपस्थित अभिभावकों को स्तनपान से जुड़ी व्यावहारिक चुनौतियों एवं समाधान पर विस्तार से मार्गदर्शन दिया।
अकादमी ऑफ पीडियाट्रिक्स, कानपुर द्वारा यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि इस सप्ताह के दौरान शहर के विभिन्न क्षेत्रों में जागरूकता कार्यक्रमों की श्रृंखला निरंतर जारी रहे, जिससे माताओं को सशक्त बनाया जा सके और भावी पीढ़ी का स्वास्थ्य सुनिश्चित किया जा सके।