लखनऊ (अबू शहमा अंसारी)। मुमताज़ पी.जी. कॉलेज, लखनऊ ने स्थापना दिवस के अवसर पर दो दिवसीय रचनात्मक और साहित्यिक प्रतियोगिताओं का भव्य आयोजन किया। संस्था अपने प्रारंभ से ही शैक्षिक उत्कृष्टता के साथ छात्रों के बहुमुखी विकास और सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए प्रसिद्ध रही है।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!पहले दिन कार्यक्रम की शुरुआत कुरान तिलावत, नात पाठ और प्राचार्य के प्रेरक उद्बोधन से हुई। निबंध लेखन प्रतियोगिता का विषय “The Role of Education in Shaping Our Life” रहा, जिसमें छात्रों ने शिक्षा के महत्व और सामाजिक परिवर्तन पर विचार रखे। इसके बाद बैत बाज़ी में छात्रों ने मीर, ग़ालिब, इक़बाल, फ़ैज़, जिगर और जोश जैसे महान शायरों के शे’र प्रस्तुत कर उर्दू साहित्य की परंपरा को जीवंत किया।
दूसरे दिन पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता “Save Forest, Save Environment” विषय पर आयोजित हुई, जिसमें रंगों के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया। एक्सटेंपोर स्पीच में छात्रों ने ग्लोबलाइजेशन और युवा पीढ़ी, शिक्षा का उद्देश्य, महिलाओं की भूमिका और प्रौद्योगिकी: सुविधा या संकट जैसे विषयों पर प्रभावशाली विचार रखे। सभी प्रतियोगिताओं में कला, विज्ञान और वाणिज्य संकाय के छात्रों ने उत्साहपूर्ण भागीदारी की।
खचाखच भरे हॉल में दर्शकों की तालियों ने प्रतिभागियों का मनोबल बढ़ाया। निबंध लेखन ने विचार और लेखनी को, बैत बाज़ी ने उर्दू काव्य प्रेम को, पोस्टर मेकिंग ने पर्यावरण चेतना को और स्पीच प्रतियोगिता ने आत्मविश्वास व वक्तृत्व कौशल को निखारा।
आगामी 29 सितंबर को संस्थापकों को श्रद्धांजलि और अन्य कार्यक्रमों के साथ स्थापना दिवस का मुख्य समारोह आयोजित होगा, जो कॉलेज की गौरवशाली परंपरा में एक और स्वर्णिम अध्याय जोड़ेगा।