खिदमत ए हिंद फाउंडेशन और दीनी तालिमी बोर्ड जमीयत उलेमा शहर कानपुर की जानिब से आज AMM मेमोरियल इंटर कालेज मछरिया में होने वाला जलसा मस्तूरात एक रोशन मुआशरह की बुनियाद की शुरुआत स्कूल की एक तालिबा की तिलावत से हुआ और नाते नबी सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम भी स्कूल की ही एक तालिबा ने पेश किया
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!मेहमाने खुसूसी के तौर पर मौलाना व मुफ्ती मोहम्मद साद खां नदवी और जमाते इस्लामी हिंद की सेक्रेटरी मोहतरमा जैनबुल गाजी साहिबा ने शिरकत की मुफ्ती मोहम्मद साद खान नदवी ने अपने बयान में फरमाया कि मस्तूरात ही मुआशरे की सही इसलाह कर सकती हैं क्योंकि वह कई जिम्मेदारियां बैक वक्त अदा करती हैं कभी बीवी की हैसियत से कभी मां की हैसियत से और कभी बहन की हैसियत से और इन सब में उनका किरदार बहुत अहम होता है
अगर वह चाहें तो बहुत जल्द मुआशरह की इसलाह हो सकती है और हमारे लिए पहले की औरतें खुसूसन सहाबियात आइडियल है उन्होंने सब कुछ करके दिखा दिया अब हमें उनके नक्शे कदम पर चलते हुए अमल करना है मोहतरमा जैनबुल गाजी ने फरमाया कि हम सब की जिम्मेदारियां हैं जिसे हमें अदा करनी है और कुरान में उसको बार-बार याद दिलाया गया है अगर हम अपनी जिम्मेदारियां को अदा करते रहेंगे तो हम अपने मुआशरह को बहुत अच्छा बना सकते हैं लेकिन करना हमें है हज़रत खदीजा पहली औरत थी इस्लाम में जिनका इंपोर्ट और एक्सपोर्ट का बिजनेस था और पूरा घर भी बहुत अच्छे अंदाज में चलाया और दिखाया कि एक बेहतर जिंदगी किस तरह से गुजारी जा सकती है
ऐसी ही हमें हर जमाने में मस्तूरात मिल जाएंगी बस हमें उनकी तरह अच्छी जिंदगी गुजारना है दूसरों का ख्याल रखना है मोहल्ले वालों का ख्याल रखना है अपने घर वालों का ख्याल रखना है हम यहां पढ़ने के लिए आए हैं हमें अच्छे अंदाज में पढ़ना है और आगे बढ़ाना है असातिज़ा की बात माननी है और एक बेहतरीन तालिब इल्म बनकर दिखाना है स्कूल के प्रिंसिपल सैयद अख्तर मेहंदी ज़ैदी साहब ने सबका शुक्रिया अदा किया
खिदमत हिंद फाऊंडेशन को मुबारकबाद पेश की और कहा कि यह स्टूडेंट भी इसी स्कूल के पढ़े हुए हैं और मुआशरह में बेहतरीन काम कर रहे हैं आज यह प्रोग्राम इन्हीं लोगों की वजह से मुमकिन हो पाया हमें भी अच्छा बन्ना है और मुल्क और क़ौम के लिए काम करना है आखिर में फाउंडेशन की जानिब से आए हुए मेहमानों को इनामात से नवाजा गया और स्कूल की खिदमत करने वाली आया (खाला जान) को भी इस मौके पर याद रखा गया प्रोग्राम में खुसूसी तौर पर मोहम्मद लारैब मोहम्मद कैफ वगैरा मौजूद रहे