प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में बुधवार को मौनी अमावस के दिन में हुई घटना को लेकर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने दुख प्रकट करते हुए
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जनता से अपील करी है कि महाकुंभ मेले के 45 किलोमीटर का क्षेत्र में त्रिवेणी है। इसलिए एक ही जगह लोग स्नान करने के लिए इकट्ठा ना हो
उत्तर प्रदेश: महाकुंभ में हुई घटना पर राकेश टिकैत ने अपील है कि प्रयागराज मे 45 किलोमीटर का कुंभ क्षेत्र पूरा पुण्य स्थल है और इस दौरान इस क्षेत्र में कोई भी स्नान करेगा तो उसे वही पूण्य लगेगा साथ ही उन्होंने कहा कि अभी महाकुंभ बहुत लंबा चलेगा 26 फरवरी तक यह कुंभ है इसलिए एक ही दिन कुंभ मेले में इकट्ठा ना हो क्योंकि ज्यादा भीड़ इकट्ठी होगी तो दिक्कत आएगी ही।
इसके साथ ही राकेश टिकैत ने शासन प्रशासन से भी अपील करते हुए कहा है कि जिस तरह से प्रचार हो रहा है बड़ी संख्या में श्रद्धालु वहां पहुंच रहे हैं या तो भीड़ को कंट्रोल करें या फिर इतना प्रचार ना करें। चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि दुखद घटना है बहुत भीड़ वहां पर कल थी जिस तरीके से प्रचार हो रहा है तो बहुत जनता वहां पर पहुंची ओर कल वह घटना हुई दुखद घटना हुई कुंभ में हुई और कल के दिन ही बड़ौत में एक बड़ा हादसा हुआ
जिस तरह से प्रचार हो रहा है कि त्रिवेणी जहां पर संगम होता है ज्यादातर लोग वहा कोशिश करते हैं वहां पर जाएं लेकिन 45 किलोमीटर का क्षेत्र वह महाकुंभ क्षेत्र है जनता जो जा रही है वह कहीं पर भी स्नान कर लें वह एक जगह इकट्ठी ना हो और पूरा 45 किलोमीटर का क्षेत्र कुंभ क्षेत्र है वहां पर पूरा पूण्य वही लगेगा जो उस क्षेत्र में स्नान करेगा तो एक जगह त्रिवेणी पर वहां एक जगह ना इकट्ठे हो एक जगह भीड़ न हो तो यही सभी लोगों से अपील है
क्योंकि अभी कुंभ बहुत लंबा चलेगा 26 फरवरी तक यह कुंभ है और सभी जो पर्व है उससे अलग भी लोग जाएं क्योंकि अगर पर्व मैं वहां जाएंगे जो पर्व होते हैं कि शाही स्नान जो हैं इस टाइम पर जाएंगे तो ज्यादा भीड़ होगी तो भीड़ इकट्ठी ना हो
एक ही दिन ना जाएं और जिस जिस को भी जाना हो वह अलग-अलग दिन भी वहां पर जा सकते हैं और अकेले 45 किलोमीटर में कोई 20 नाम करेगा तो पूरा पुण्य उसको लगेगा सभी को व्यवस्था तो वहां पर है इस तरह की कोई बात नहीं है कि वहां व्यवस्था नहीं है.
व्यवस्था है अच्छी है लेकिन भीड़ एक ही दिन में ज्यादा इकट्ठा होगी तो उससे दिक्कत होती है क्योंकि जिस तरह का प्रचार है । कि मौनी अमावस्या है तो खुद भीड़ उसे दिन वहां पर चली गई एक जगह तो भीड़ को कंट्रोल करें या इतना प्रचार ना करें मतलब हर दिन बीत जाती रहे वहां पर हम भी स्नान एक दिन फिर करेंगे जो भूल भी सारे लोग होंगे
21 फरवरी के बाद में अपने भी किसान संगठन के लोग जाएंगे उसकी एक डेट दे दी है तो कुछ लोग उसमें भी जाएंगे सबको जाना चाहिए वहां पर जो उन परंपराओं को मानता है तो उनको कुंभ स्नान करना चाहिए सभी करें और जो वहां नहीं जा सकता गंगा जी में करें जो भी उसके घर के बाहर भी नदी है उसके घर की गंगा है 26 फरवरी तक स्नान कर सकते