कानपुर। मोहम्मद उस्मान कुरैशी। आज अकादमी ऑफ पीडियाट्रिक्स द्वारा प्रेरणा विद्यालय, छोटी गयटिया में एक स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें विद्यालय के 65 विद्यार्थियों का शारीरिक विकास मूल्यांकन किया गया। इस दौरान बच्चों की लंबाई, वजन तथा बीएमआई मापा गया और उन्हें स्वस्थ जीवनशैली एवं मोटापे से बचाव के प्रति जागरूक किया गया।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!कार्यक्रम के दौरान अकादमी के सचिव डॉ. अमितेश यादव ने विद्यार्थियों को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने एवं मोटापे से बचाव के लिए “5210 फॉर्मूला” की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 5 का अर्थ है कि हमें प्रतिदिन 5 प्रकार के रंग-बिरंगे और पोषणयुक्त आहार ग्रहण करने चाहिए, जिससे शरीर को सभी आवश्यक पोषक तत्व मिल सकें।
2 का अर्थ है कि हमें स्क्रीन टाइम (मोबाइल, टीवी, लैपटॉप आदि) अधिकतम 2 घंटे तक सीमित रखना चाहिए, जिससे शारीरिक गतिविधियों में कमी न आए और आंखों तथा मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव न पड़े।
1 का अर्थ है कि हमें नियमित रूप से प्रतिदिन 1 घंटे शारीरिक गतिविधि या व्यायाम अवश्य करना चाहिए, जिससे हमारा शरीर सक्रिय और स्वस्थ बना रहे।
0 का अर्थ है कि हमें कोल्ड ड्रिंक्स, पिज्जा, बर्गर, चिप्स तथा अन्य जंक फूड का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए, क्योंकि ये स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होते हैं और मोटापे को बढ़ावा देते हैं।
इस अवसर पर डॉ. गौरी, डॉ. मोहित, डॉ. ऋषिता और डॉ. हार्दिक गोयल ने भी सक्रिय रूप से भाग लिया। उन्होंने बच्चों को स्वस्थ आहार, संतुलित पोषण एवं नियमित व्यायाम के महत्व को समझाया और उन्हें मोटापे से बचने एवं स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित किया। डॉक्टरों ने बताया कि नियमित व्यायाम और संतुलित आहार न केवल शारीरिक विकास में सहायक होते हैं, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाते हैं।
स्वास्थ्य शिविर में विद्यार्थियों की पोषण स्थिति, शारीरिक विकास एवं मोटापे के जोखिम की भी समीक्षा की गई। विशेषज्ञों ने बच्चों के स्वास्थ्य से जुड़े प्रश्नों का उत्तर दिया और उन्हें अपनी दिनचर्या में व्यायाम, उचित आहार एवं पर्याप्त नींद को शामिल करने की सलाह दी।
प्रेरणा विद्यालय प्रशासन और शिक्षकों ने भी इस पहल की सराहना की और विद्यार्थियों को स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता को अपनी आदतों में शामिल करने के लिए प्रेरित किया।
यह स्वास्थ्य शिविर बच्चों में स्वस्थ जीवनशैली अपनाने और मोटापे की रोकथाम के लिए एक महत्वपूर्ण एवं सराहनीय पहल साबित हुआ। विद्यार्थियों ने इसमें उत्साहपूर्वक भाग लिया और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने का संकल्प लिया।