लखीमपुर खीरी, उत्तर प्रदेश | 25 फरवरी, 2025: पीस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ मोहम्मद अय्यूब इन दिनों “आप की बात आप के साथ” कार्यक्रम के अंतर्गत पूरे प्रदेश का दौरा कर रहे हैं. पार्टी का मानना है कि इस प्रोग्राम के तहत पार्टी अपना खोया हुआ सम्मान दोबारा अर्जित करना चाहती है. किन्तु सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी से पता चला है कि पार्टी कार्यकर्ता ही पार्टी को ख़त्म करने पर आतुर हैं.
“आप की बात आप के साथ” प्रोग्राम के अंतर्गत पार्टी अध्यक्ष यह जानने का प्रयास कर रहे हैं कि जनता पार्टी से क्यों जुड़ना नहीं चाहती है. इस सन्दर्भ में डॉ अय्यूब ने हाल ही में लखीमपुर खीरी का दौरा किया है. पहले दिन से पार्टी से जुड़े कार्यकर्ताओं का मानना है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष को कुछ बड़े लीडरों ने हाइजैक कर रखा है. पार्टी के अन्दर क्या कुछ चल रहा है इस की सही जानकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष को नहीं दी जा रही है. जिसके चलते पुराने कार्यकर्ताओं का मनोबल गिरता जा रहा है और पार्टी धरातल में समाती जा रही है.
24 और 25 फरवरी को पीस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लखीमपुर खीरी में “आप की बात आप के साथ” प्रोग्राम के अंतर्गत पार्टी कार्यकर्ताओं एवं जनता से मुलाक़ात करने आये थे जहाँ उन्होंने विभिन्न कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर उनका हाल जाना तथा पार्टी के प्रति आम जनता के मन में क्या चल रहा है इस पर चर्चा की.
इस दरमियान पार्टी अध्यक्ष रामापुर गए जहाँ उन्होंने पार्टी नेता और कार्यकर्ताओं से मुलाक़ात की लेकिन वहीँ पार्टी कार्यकर्ता नौशाद आलम के घर नहीं गए. जिससे पार्टी कार्यकर्ताओं में नाराजगी पैदा हो गई है. दरअसल 14 फरवरी 2025 को नौशाद आलम की माता का स्वर्गवास हो गया था. जिस में AIMIM प्रदेश प्रभारी उस्मान सिद्दीकी ने लखनऊ से आकर जनाजे में शिरकत की, AIMIM के जनपद नेताओं ने भी बड़ी संख्या में शिरकत की थी किन्तु पीस पार्टी का कोई नेता या कार्यकर्ता नौशाद आलम के माता के जनाजे में शरीक नहीं हुआ. जिसके कारण जनता में एक आक्रोश पाया जाता है.
जनता का कहना है की जो पार्टी अपने लोगों के दुख सुख में उसके साथ खड़ी नहीं हो सकती वह किसी और के साथ क्या खड़ी होगी. 24 और 25 फरवरी को पीस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जब लखीमपुर खीरी आये तो लोगों को उम्मीद थी कि डॉ अयूब अपने कार्यकर्ता के घर संवेदना के लिए जरुर जायेंगे किन्तु पार्टी अध्यक्ष नौशाद आलम के घर नहीं गए जो वहां से मात्र दस क़दम की दूरी पर था, जिसके लिए किसी इन्तेजाम या तय्यारी की आवश्कता नहीं थी.
पार्टी अध्यक्ष के अपने कार्यकर्ता को इस तरह नज़रंदाज़ किये जाने से पूरे छेत्र में डॉ मोहम्मद अय्यूब और पीस पार्टी की किरकिरी हो रही है, अभी तक यह बात सिद्ध नहीं हो पाई है कि डॉ मोहम्मद अय्यूब ने ऐसा जानबूझ कर किया है या उन्हें घटना की जानकारी ही नहीं दी गई. सूत्रों की मानें तो पार्टी जिला कमेटी को घटना की जानकारी पहले से थी, किन्तु उनहोंने राष्ट्रीय अध्यक्ष को इस की सूचना नहीं दी होगी