सरकार से मांगी गई सख्त कार्रवाई
सिद्धार्थनगर। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए कायराना आतंकी हमले के शहीद नागरिकों की याद में आज शुक्रवार को शाम 7 बजे एक भावुक कैंडल मार्च निकाला गया। इस हमले में 27 निर्दोष लोगों की जान चली गई थी, जिसके बाद पूरे देश में सरकार से त्वरित और सख्त जवाबी कार्रवाई की मांग उठ रही है।
कैंडल मार्च का विवरण:
आयोजकों के अनुसार, यह मार्च जिला मुख्यालय से शुरू होकर नगरपालिका के सिद्धार्थ चौक तक पहुंचा। इसमें सैकड़ों लोगों ने शहीदों की तस्वीरें और तिरंगे लेकर हिस्सा लिया। लोगों ने “शहीदों को नमन” और “आतंकवाद के खात्मे” के नारे लगाए। मार्च के दौरान लोगों ने सरकार से सुरक्षा व्यवस्था में गंभीर चूक की जांच करने और दोषियों को कड़ी सजा देने की अपील की।
डॉ. नादिर सलाम का बयान:
स्थानीय नेता और सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. नादिर सलाम ने इस घटना पर गहरा दुख जताया। उन्होंने कहा, “सरकार की लापरवाही के कारण 27 बेगुनाहों को अपनी जान गंवानी पड़ी। यह सवाल सिर्फ सुरक्षा बलों का नहीं, बल्कि उन नीतियों का भी है जो आतंकवाद के खिलाफ मजबूती नहीं दिखा पा रहीं। हम मांग करते हैं कि इस घटना की स्वतंत्र जांच हो और जिम्मेदार लोगों को फांसी तक की सजा मिले।”
जनता और सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया:
इस हमले और कैंडल मार्च ने सोशल मीडिया पर भी गर्मागर्म बहस छेड़ दी है। #JusticeForPahalgam और #TerrorAttack जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं। कई यूजर्स ने सरकार पर सुरक्षा व्यवस्था ढीली करने का आरोप लगाया, वहीं कुछ ने सेना और पुलिस के प्रयासों को सलाम किया।
सरकार की प्रतिक्रिया:
अब तक केंद्र और राज्य सरकार की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। हालांकि, सूत्रों के मुताबिक, हमले के बाद से ही सुरक्षा बलों ने आतंकियों की तलाश में ऑपरेशन तेज कर दिया है।
लोगों की अपील:
मार्च में शामिल एक शहीद के परिवारजन ने कहा, “हमारी मांग सिर्फ इतनी है कि हमारे बेटे की मौत व्यर्थ न जाए। सरकार आतंकवाद के खिलाफ ठोस कदम उठाए, ताकि कोई और परिवार यह दर्द न झेले।”
पहलगाम की यह घटना एक बार फिर देश के सामने आतंकवाद और सुरक्षा चुनौतियों का सवाल खड़ा कर गई है। जनता की निगाहें अब सरकार की ओर हैं, जो इस हमले के बाद की कार्रवाई से अपनी गंभीरता साबित करेगी।