कानपुर (मोहम्मद उस्मान कुरैशी) पटकापुर स्थित मदरसा जामे उल उलूम जामा मस्जिद पटकापुर के ज़ेरे एहतमाम मोहतमिम मोहीउद्दीन खुसरू ताज की सरपरस्ती और नायब नाज़िमे तालीमात मौलाना मुहम्मद अरशद क़ासमी की निगरानी में तीन दिवसीय ‘‘दीनी तालीमी विन्टर कैम्प’’ आयाजित किया गया।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe! जिसमें नवयुवा छात्रों को पाकी-नापाकी, नमाज़, वजू का अभ्यास, बुनियादी अक़ायद, व्यक्तित्व निर्माण, सोशल मीडिया का सही प्रयोग समेत विभिन्न विषयों पर उलेमा ने बात कर उनके प्रश्नों का संतोषजनक उत्तर दिया। कैम्प के अंतिम दिन परीक्षा हुई जिसमें उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को मेहमान उलेमा ए किराम द्वारा ट्राफी, पुरूस्कार और प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया।
मुख्य अतिथि के रूप में तशरीफ लाये दारूल उलूम नदवतुल उलेमा के उस्तादे हदीस मौलाना अब्दुस्सुबहान नदवी ने कैम्प के आयोजकों को मुबारकबाद पेश करते हुए कहा कि यह एक अच्छी शुरूआत है, जिन विषयों पर उलेमा ने बच्चों से बात की वह बेहद महत्वपूर्ण हैं, शहर के अन्य हिस्सों में इस प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जायें।
छात्रों से कहा कि आपने जो यहां कैम्प में रहकर सीखा है , उससे खुद फायदा उठाने के साथ दूसरों तक भी पहुंचाएं। मदरसा जामे उल उलूम के नायब नाजिमे तालीमात मौलाना मुहम्मद अरशद क़ासमी ने छात्रों से कहा कि खूब मेहनत से पढ़ें, उपलब्धियां हासिल करें, लेकिन जहां भी रहें अपने संस्कारों के साथ रहें। मोहतमिम व मुतवल्ली मोहीउद्दीन खुसरू ताज ने समस्त मेहमानों, छात्रों के संरक्षकों, कार्यक्रम के आयोजन में सक्रियता के साथ प्रतिभाग करने वालों को धन्यवाद ज्ञापित करने के साथ ही भविष्य में और भी बेहतर तरीक़े से कैम्प आयोजित करने का संकल्प लिया।
शुभारम्भ कुरआन की तिलावत से हुआ। कन्विनर मुफ्ती मुहम्मद सुलतान क़मर क़ासमी, मुफ्ती मुहम्मद माज़ क़ासमी ने संचालन किया। मुख्यरूप से शहर क़ाजी हाफिज़ मामूर अहमद जामई, मदरसा के कोषाध्यक्ष रियाज सईद रूफी वकीअ, हाफिज़ इफ्तेख़ार, मौलाना सज्जाद क़ासमी, मौलाना मुहम्मद अक़ील जामई, हाफिज़ मुहम्मद सलमान जामई के अलावा अन्य सम्मानित उलेमा व बुद्धिजीवी उपस्थित रहे।