तालीम के लिए गरीब, यतीम बच्चों को किताबें दिलाना मेरी ज़िम्मेदारी है: आकिल रजा
मदरसा आलिया फुरकानिया में इंग्लिश मीडियम में भी बच्चे पढ़ सकते हैं: अहमद सईद हर्फ़
बाराबंकी। अबू शहमा अंसारी। तालीम और तहज़ीब का रिश्ता ऐसे है जैसे जिस्म और रूह का, यदि किसी इंसान के पास तालीम नहीं है तो उसके पास तहज़ीब भी नहीं हो सकती। उक्त विचार मदरसा आलिया फुरकानिया के रिज़ल्ट कार्ड डिस्ट्रीब्यूशन प्रोग्राम में मुख्य अतिथि डॉ रियाजुद्दीन मैनेजिंग डायरेक्टर फातिमा हॉस्पिटल फतेहपुर ने व्यक्त किये। उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि तालीम के बगैर कोई भी कामयाबी हासिल नहीं की जा सकती। इसलिए सभी छात्र-छात्राएँ मेहनत और लगन से पढ़ाई करें।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे मदरसा के अध्यक्ष मो आक़िल रजा ने कहा कि तालीम से कोई बच्चा महरूम न होने पाए इसके लिए सभी की कोशिश रहे कि आस पास के बच्चों का प्रवेश मदरसा या स्कूल में कराया जाए। मदरसा आलिया फुरकनिया के गरीब, यतीम बच्चों को किताबें दिलाना मेरी ज़िम्मेदारी है।

कार्यक्रम के सरपरस्त एडवोकेट मो असलम ने बच्चों से मुखातिब होते हुए कहा कि जो बच्चे मेहनत से पढ़ाई करते हैं वो अपनी मंजिल तक पहुंचकर कामयाब ज़रूर होते हैं। मदरसा के मैनेजर एडवोकेट अहमद सईद हर्फ़ ने कहा कि मदरसा आलिया फुरकनिया में अब तक उर्दू व हिन्दी मीडियम में बच्चे पढ़ते आ रहे हैं लेकिन अब इंग्लिश मीडियम में भी बच्चे पढ़ सकते हैं। बच्चों की बेहतर शिक्षा के लिए बेहतर शिक्षक, बेहतर कक्षाओं की व्यवस्था, खेल सामग्री आदि कई सुविधाओं को बढ़ाया गया है। प्रधानाचार्य अली अशहद के संचालन में होने वाले इस कार्यक्रम का आगाज़ मदरसा के शिक्षक हाफिज़ मो वक़ार की तिलावते-क़ुरआन मजीद से हुआ।
मदरसा आलिया फुरकनिया में अपनी अपनी कक्षाओं में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को मुख्य अतिथि डॉ0 रियाजुद्दीन, कार्यक्रम अध्यक्ष मो0 आकिल राजा व कार्यक्रम सरपरस्त एडवोकेट मो0 असलम द्वारा मैडल देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर शिक्षिका मुस्कान खान, महक खान, मो0 जुनेद, मेराज अहमद सहित छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहे।