अंबेडकरनगर: शुक्रवार 7फरवरी को जिलाधिकारी एवं मुख्य विकास अधिकारी आनंद कुमार शुक्ला की उपस्थिति में कलेक्ट्रेट सभागार में आकांक्षात्मक विकास खण्डों में विभिन्न योजनाओं की प्रगति समीक्षा बैठक की गई बैठक में जिलाधिकारी ने राज्य सरकार द्वारा जनपद के तीन आकांक्षात्मक विकास खण्ड टांडा, भीटी तथा भियांव जिसका चयन प्रदेश के 100 आकांक्षात्मक विकास खंड के रूप में कराये जा रहे विकास कार्यो की विस्तृत समीक्षा की
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!साथ ही जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि आकाक्षात्मक विकास खण्डो में स्वास्थ्य, कुपोषण, जल संसाधन, शिक्षा, कौशल विकास, वित्तीय समावेशन, कृषि, आधारभूत अवसंरचना सहित कई ऐसे मानक हैं जिन पर व्यापक स्तर पर काम किये जाने की आवश्यकता है! उन्होंने समस्त अधिकारियों को शासन की नीति के अनुरूप आकाक्षात्मक विकास खण्ड में विकास कार्य को पूरा करने का निर्देश दिया! कहा कि ये कार्य शासन की शीर्ष प्राथमिकता का विषय है! और आकांक्षात्मक ब्लॉक को लेकर मुख्यमंत्री बेहद गंभीर हैं इसमें किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उन्होंने आकांक्षात्मक ब्लॉक पोर्टल व यूनिसेफ द्वारा पृथक-पृथक रूप से उपलब्ध कराए गए डाटा के अंतर को दूर करने के लिए कहा। जिलाधिकारी ने पंचायती राज विभाग के अधिकारियों को भी निर्देशित किया कि खुले में शौच से मुक्त ओडीएफ प्लस ग्रामों में जहां शौचालय (इज्जत घर) देने की आवश्यकता है! वहां प्राथमिकता पर शौचालय उपलब्ध कराए जाए तथा ग्रामों को खुले में शौच से मुक्त कराया जाय जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को गर्भवती महिलाओं की प्राथमिकता पर नियमित रूप से जांच करने व संपूर्ण टीकाकरण को प्रभावी ढंग से करने के लिए निर्देशित किया।
बैठक में जिलाधिकारी एवं मुख्य विकास अधिकारी द्वारा आईसीडीएस विभाग को नियमित रूप से पुष्टाहार वितरण कराने के लिए निर्देशित किया गया। साथ ही साथ जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देशित किया गया कि समस्त आंगनबाड़ी कार्यकत्री, सहायिका तथा संगिनी को गर्भवती महिलाओं का वजन, हाइट, बच्चों का वजन लेने हेतु प्रशिक्षण देकर जागरूक कराए! जिलाधिकारी द्वारा जिला कार्यक्रम अधिकारी,खंड विकास अधिकारी,सीडीपीओ को निर्देशित किया गया कि सप्ताह में कम से कम 3 दिन गांव में भ्रमण करें। गांव की गरीब महिलाओं से मिलकर उनकी समस्याओं के बारे में जानकारी प्राप्त करें कि महिलाओं तथा बच्चों को पुष्टाहार,न्यूट्रिशन समय से मिल रहा है कि नहीं।
साथ ही साथ जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी तथा खंड शिक्षा अधिकारी को भी निर्देशित किया गया कि विद्यालयों में भ्रमण कर विद्यालय के पठन-पाठन के बारे में जानकारी प्राप्त करें। विद्यालय में पढ़ रहे गरीब बच्चों के घर जाकर उनके अभिभावक से मुलाकात कर उनकी समस्याओं के बारे में भी जानकारी लें कि उनके बच्चों की शिक्षा दीक्षा में कोई समस्या तो नहीं हो रही है। और उनके अभिभावक को मोटिवेट करें कि बच्चों को सरकार द्वारा प्रदान की जा रही निशुल्क शिक्षा दिलाए! बैठक में मुख्य रूप से अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, उपनिदेशक कृषि,जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी, डीपीआरओ, एम ओ आई सी,खंड विकास अधिकारी तथा संबंधित विभाग के अधिकारी,कर्मचारी मौके पर उपस्थित रहे!!