कानपुर। मोहम्मद उस्मान कुरैशी। अगर कुल्ली के बाद कुछ पानी की नमी मुँह में बाकी रह जाए और थूक के साथ निगल जाए, तो क्या रोज़ा फासिद हो जाएगा?
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!जवाब: अगर किसी ने कुल्ली करने के बाद पानी मुकम्मल तौर पर फेंक दिया, मगर मामूली सी नमी मुँह में बाकी रह गई और वह थूक के साथ निगल ली, तो इससे रोज़ा नहीं टूटेगा। इसी तरह, अगर ग़ुस्ल के दौरान पानी की ठंडक महसूस हुई, लेकिन पानी अंदर नहीं गया, तो रोज़ा बरक़रार रहेगा।
- अगर दाँतों से खून निकला और हलक तक पहुँचा, लेकिन नीचे न गया, तो क्या रोज़े पर कोई असर पड़ेगा?
अगर दाँतों से खून निकला और वह हलक तक पहुँचा, लेकिन नीचे नहीं उतरा, तो इससे रोज़ा नहीं टूटेगा।
- सवाल: अगर खंकार मुँह में आया और शर्म के कारण बाहर न फेंक सका और निगल गया, तो क्या रोज़ा मुतास्सिर होगा?
जवाब: अगर खंकार (बलग़म) मुँह में आया और उसे निगल लिया तो इससे रोज़ा नहीं टूटेगा, चाहे वह कितना ही ज़्यादा हो। हालांकि, ऐसी चीज़ों से एहतियात करना चाहिए।
- कुछ लोग सर्दी की वजह से ग़ुस्ल-ए-जनाबत में ताख़ीर करते हैं और पूरा दिन उसी हालत में गुज़ार देते हैं। क्या नापाकी की हालत में भी रोज़ा हो जाता है?
जवाब: अगर कोई शख्स हालत-ए-जनाबत में सुबह कर ले, बल्कि पूरा दिन नापाक रहे, तब भी उसका रोज़ा सही होगा। हालांकि, इतनी ताख़ीर करना कि नमाज़ क़ज़ा हो जाए, सख्त गुनाह और हराम है। हदीस में आया है कि जिस घर में जुनुब शख्स होता है, वहाँ रहमत के फरिश्ते नहीं आते, लिहाज़ा ग़ुस्ल में जल्दी करनी चाहिए।
- तरावीह बैठकर पढ़ने का क्या हम है क्या तरावीह में कयाम फर्ज है
जवाब :बगैर किसी उज़्र के तरावीह बैठकर पढ़ना मकरूह है बल्कि बाज़ उलेमा के नजदीक इस तरह तरावीह होगी ही नहीं तरावीह में कयाम फ़र्ज़ नहीं है सिर्फ फर्ज़ नमाज , वित्र ईदेन और फजर की सुन्नत में कयाम फर्ज है एक जवाब में कयाम को तरबीह में फर्ज़ लिख गया है इसे तसामोह पर महमूल करें
माहे स्याम हेल्प लाइन में मुफ्ती हज़रात व उलमा ए अहले सुन्नत के व्हाट्सअप व कॉन्टेक्ट नंबर्स
- मुफ्ती मोहम्मद इलियास खां नूरी (मुफ्ती आजम कानपुर) 9935366726
- मुफ्ती मोहम्मद हाशिम अशरफी 9415064822
- मुफ्ती मोहम्मद महताब आलम कादरी मिस्बाही 9044890301
- मौलाना फतेह मोहम्मद कादरी 9918332871
- मुफ्ती महमूद हस्सान अख्तर अलीमी 9161779931
- मौलाना कासिम अशरफी मिस्बाही (ऑफिस इंचार्ज) 8052277015
- मौलाना गुलाम हसन क़ादरी 7897581967
- मुफ्ती गुल मोहम्मद जामई अशरफी 8127135701
- मौलाना सुफियान अहमद मिस्बाही 9519904761
- हाफिज़ मोहम्मद अरशद अली अशरफी 8896406786
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