गोरखपुर। मोहम्मद अशफाक। गोरखपुर में काव्य महाकुंभ का हुआ आयोजन चार पुस्तकों का हुआ विमोचन हुआ, जिसमें प्रेम लता रसबिंदू, चंद्रगुप्त प्रसाद वर्मा अकिंचन जी, दानिका प्रसाद विश्वकर्मा और अनामिका शर्मा रहे। 51 साहित्यकारों का हुआ सम्मान पांच साहित्यकारों को दी गई मानद की विशेष उपाधि विद्या वाचस्पति । यह मानद सम्मान काशी हिंदी विद्यापीठ द्वारा प्रदान किया गया । विद्या वाचस्पति का सम्मान राज कुमार सिंह , किरण पांडेय और अन्य तीन को दिया गया।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!
काशी हिंदी विद्यापीठ के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप पूर्व मेयर सत्या पांडेय जी उपस्थित रहीं विशिष्ट अतिथि डॉ प्रतिभा गुप्ता रहीं , साहित्यिक सत्र के विशिष्ट अतिथि के रूप में संत कबीर नगर से ईश्वर चंद्र जयसवाल देवरिया से सौदागर सिंह एवं कार्यक्रम अध्यक्ष के रूप में डॉ.ओम प्रकाश ,प्रमुख संयोजक कवि इंद्रजीत तिवारी निर्भीक ,डॉ सरिता सिंह, डॉ राकेश कुमार संचालन डॉ सरिता सिंह का रहा।
काशी विद्या पीठ के कुल सचिव श्री इंद्रजीत तिवारी,” निर्भीक” ने सभी को अंग वस्त्र, प्रमाण पत्र और मोमेंटो देकर सम्मानित किया । विद्या वाचस्पति पुरस्कार राज कुमार सिंह को उनकी सुदीर्घ हिंदी सेवा, पत्रकारिता /सारस्वत साधना और कला के क्षेत्र में महत्वपूर्ण उपलब्धियों, शैक्षिक प्रदेयों, सेवा कार्य तथा राष्ट्रीय/अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा के आधार पर दिया गया । काव्य महाकुम्भ का आयोजन भी किया गया जिसमें आये रचनाकारों ने काव्य पाठ किया।