कानपुर। मोहम्मद उस्मान कुरैशी। 7 मार्च को माहे स्याम हेल्प लाइन पर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर इस तरह हैं।
सवाल: क्या मामूली तकलीफ की वजह से रोज़ा तोड़ सकते हैं?
जवाब: मामूली तकलीफ की वजह से रोज़ा तोड़ना जायज़ नहीं, हदीस पाक में है कि
“जिसने रमज़ान के एक दिन का रोज़ा बिना उज्र और बिना बीमारी के इफ्तार किया (छोड़ा), तो ज़माना भर का रोज़ा भी उसकी क़ज़ा नहीं हो सकता, अगरचे रख भी ले।” (तिर्मिज़ी)
यानी रमज़ान में रोज़ा रखने की जो फ़ज़ीलत है, वह किसी तरह हासिल नहीं हो सकती, तो जब रोज़ा न रखने पर इतनी सख्त वईद है, तो रोज़ा रखकर तोड़ देना और सख्त बात है।
- सवाल: क्या रोज़ा की हालत में हुक़्का या सिगरेट पीने की इजाज़त है? अगर रहा नहीं जाता तो क्या किया जाए?
जवाब: रोज़े की हालत में हुक़्का, सिगार, सिगरेट, चर्ट या तंबाकू खाने से रोज़ा टूट जाता है, चाहे धुआं हलक तक पहुंचाना मालूम न हो। हत्ता कि अगर किसी ने पान या सिर्फ तंबाकू चबाया और उसकी पीक थूक दी, तब भी बारीक अजज़ा जरूर हलक में पहुंचते हैं।
- सवाल: क्या रोज़े की हालत में दांत उखड़वा सकते हैं?
जवाब: अगर रोज़े की हालत में दांत उखड़वाया और ख़ून निकल कर हलक से नीचे उतर गया, तो इससे रोज़ा टूट जाएगा और उसकी क़ज़ा वाजिब होगी। अगर ख़ून हलक से नीचे नहीं उतरा तो रोज़ा बरक़रार रहेगा।लेकिन हालत रोज़ा में दांत उखड़वाने से परहेज़ करें कि रोज़ा मुकम्मल करने में तकलीफ हो सकती है।
- सवाल: अगर किसी ने सोते में कुछ खा या पी लिया तो क्या रोज़ा टूट जाएगा?
जवाब: अगर कोई शख्स सोते में पानी पी लिया या कुछ खा लिया, या उसका मुंह खुला था और पानी का क़तरा या ओला खुद ब खुद हलक में चला गया, तो इससे रोज़ा टूट जाएगा।
- सवाल: अगर कोई दूसरे का थूक निगल जाए तो क्या रोज़ा बरक़रार रहेगा?
जवाब: अगर किसी ने दूसरे का थूक निगल लिया या अपना ही थूक हाथ पर लेकर निगल लिया, तो इससे रोज़ा टूट जाएगा।
- माहे स्याम हेल्प लाइन में मुफ्ती हज़रात व उलमा ए अहले सुन्नत के व्हाट्सअप व कॉन्टेक्ट नंबर्स
- मुफ्ती मोहम्मद इलियास खां नूरी (मुफ्ती आजम कानपुर) 9935366726
- मुफ्ती मोहम्मद हाशिम अशरफी 9415064822
- मुफ्ती मोहम्मद महताब आलम कादरी मिस्बाही 9044890301
- मौलाना फतेह मोहम्मद कादरी 9918332871
- मुफ्ती महमूद हस्सान अख्तर अलीमी 9161779931
- मौलाना कासिम अशरफी मिस्बाही (ऑफिस इंचार्ज) 8052277015
- मौलाना गुलाम हसन क़ादरी 7897581967
- मुफ्ती गुल मोहम्मद जामई अशरफी 8127135701
- मौलाना सुफियान अहमद मिस्बाही 9519904761
- हाफिज़ मोहम्मद अरशद अली अशरफी 8896406786
- जनाब इकबाल अहमद नूरी 8795819161