कीभारत की तरक्की, खुशहाली और भारतीय मुस्लिमों की मजबूती के लिए दुआ की गुजारिश
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सऊदी अरबिया। मदीना मुनव्वरा। मोहम्मद उस्मान कुरैशी। 28 फरवरी: जमीअत उलमा उत्तर प्रदेश के उपाध्यक्ष और प्रसिद्ध आलिम-ए-दीन मौलाना अमीनुल हक अब्दुल्लाह कासमी इन दिनों सऊदी अरब के पवित्नेर शहर मदीना में हैं। जहाँ बीती रात उन्होंने मस्जिदे नबवी के इमाम फज़ीलत-उश-शेख मोहम्मद बरहजी से खास मुलाकात की। इस अवसर पर विभिन्न मुद्दों पर चर्चा के साथ मौलाना ने भारत की तरक्की, खुशहाली और भारतीय मुस्लिमों की मजबूती के लिए दुआ की गुजारिश की। जिस पर मस्जिदे नबवी के इमाम शेख मोहम्मद बरहजी ने मौलाना अमीनुल हक अब्दुल्लाह कासमी तथा भारत के सम्पूर्ण मुसलमानों को दुआवों से नवाज़ा।

मौलाना अमीनुल हक अब्दुल्लाह कासमी इस समय सऊदी सरकार की दावत पर एक शाही मेहमान के रूप में उमरा के सफर पर हैं। उन्हें ख़ादिम-ए-हरमैन शरीफैन शाह सलमान बिन अब्दुलअज़ीज़ और वली अहद मोहम्मद बिन सलमान द्वारा विशेष रूप से आमंत्रित किया गया है। इस दौरान वे कई प्रमुख धार्मिक, सामाजिक और सांस्कृतिक हस्तियों से मुलाकात कर रहे हैं। मस्जिदे नबवी के इमाम शेख मोहम्मद बरहजी ने भारतीय मुसलमानों की धार्मिक प्रतिबद्धता, धैर्य और समाज में उनकी सेवाओं की सराहना की।मस्जिदे नबवी के इमाम फज़ीलत-उश-शेख मोहम्मद बरहजी ने भारत के मुसलमानों के प्रति सम्मान व्यक्त करते हुए खुशहाली एवं विकास के लिए दुआ दी।
मौलाना अमीनुल हक अब्दुल्लाह कासमी का सम्मान कानपुर के लिए भी गर्व की बात है। शहर के किसी प्रतिनिधि को हरमैन शरीफ में इतना सम्मान दिया जाना कानपूर वासियों एवं पूरे शहर के सम्मान स्वरुप है। शहर के धार्मिक समूहों में इस की खूब चर्चा हो रही है।
मौलाना अमीनुल हक अब्दुल्लाह कासमी फ़िलहाल सऊदी अरब के सरकारी मेहमान की हैसियत से मदीना शरीफ में हैं। 3 मार्च को मक्का रवाना होंगे, जहां वे उमरा की अदायगी के साथ-साथ कई धार्मिक और सामाजिक कार्यक्रमों में भाग लेंगे। उनकी 8 मार्च को भारत वापसी प्रस्तावित है। यह यात्रा कानपुर के लिए एक गर्व का विषय मानी जा रही है।