सिद्धार्थनगर। आज, कांग्रेस पार्टी के समर्थकों ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा नेशनल हेराल्ड मामले में की गई कार्रवाई के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेस डॉ नादिर सलाम ने अपने समर्थकों के साथ जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर सोनिया गांधी, राहुल गांधी समेत कई वरिष्ठ नेताओं के विरुद्ध चार्जशीट दाखिल करने और संपत्ति को “अवैधानिक रूप से” सीज करने के मामले में आपत्ति जताते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी डॉ. आर. राजा गणपति को सौंपा।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!प्रदर्शन का कारण:
कांग्रेसियों कार्यकर्ताओं का आरोप है कि ईडी ने नेशनल हेराल्ड से जुड़ी संपत्तियों को बिना कानूनी आधार के जब्त किया है और पार्टी नेतृत्व पर “झूठे एवं राजनीतिक रूप से प्रेरित” आरोप लगाए हैं। उन्होंने इसे सत्ताधारी दल द्वारा संस्थाओं के दुरुपयोग और विपक्ष को डराने की रणनीति बताया।
ज्ञापन में मांग:
विरोध प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मांग की कि ईडी की कार्रवाई पर तत्काल रोक लगाई जाए और नेताओं के खिलाफ लगाए गए आरोपों की निष्पक्ष जांच हो। ज्ञापन में कहा गया कि यह मामला “कानूनी नहीं, बल्कि गांधी परिवार एवं कांग्रेस को निशाना बनाने का साजिशनामा” है।
पार्टी का रुख:
कांग्रेस के एक प्रवक्ता ने बताया, “यह आंदोलन सिर्फ न्याय के लिए है। ईडी और सरकार संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग कर रही है। हम राष्ट्रपति से हस्तक्षेप की अपील करते हैं।” उन्होंने आगामी दिनों में देशभर में ऐसे प्रदर्शनों के विस्तार की भी घोषणा की।
पृष्ठभूमि:
नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी ने पिछले कुछ महीनों में कांग्रेस नेताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। पार्टी इन कदमों को “विधि विरुद्ध” और “लोकतांत्रिक मूल्यों पर हमला” बता रही है। अधिकारियों की ओर से अभी तक इस प्रदर्शन पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
यह घटनाक्रम केंद्र सरकार और विपक्ष के बीच तनाव को एक बार फिर उजागर करता है। मामले की अगली कार्यवाही पर सभी की निगाहें टिकी हैं।